किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के सांगला तहसील में होली पर्व तीन दिन तक मनाया जाता है. इस ऐतिहासिक पर्व (historic Holi festival in Sangla ) को मनाने के लिए हर वर्ष सांगला के महिला, पुरुष, युवक, युवतियों सहित बुजुर्गों व बच्चों में खासा उत्साह (People celebrating the historic Holi festival in Sangla ) देखा जाता है.
जिला किन्नौर के सांगला की होली की अपनी पहचान है. सांगला के ग्रामीण अलग तरह की वेशभूषा ग्रहण कर टोलियों में तीन दिन तक सांगला गांव के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कर एक दूसरे पर गुलाल फेंककर रिश्तों की कच्ची डोर को और अधिक मजबूत करने का काम करते हैं. होली पर्व के तीसरे दिन ग्रामीण गांव में होली खेलकर देवता बैरिंगनाग के मंदिर प्रांगण पर वापस आते हैं. बाहरी राज्यों से सैकड़ों पर्यटक भी सांगला की होली देखने पहुंचे हैं. दरअसल पिछले दो वर्षों से कोरोना संकट के चलते होली पर्व प्रभावित हुआ था, लेकिन इस वर्ष होली में भारी भीड़ देखने को मिली है.
बता दें कि सांगला की होली (Holi Festival 2022) पूरे जिले में सबसे मशहूर है. यहां लोग तीन दिनों तक घर के कामकाज छोड़ कर इस पर्व को मनाने के लिए एकत्रित हो जाते हैं और पर्यटकों व अन्य मेहमानों को तीन दिनों तक खाने-पीने की व्यवस्था गांव के लोग करते हैं. आज होलिका को पूरे दिन ग्रामीणों ने गांव के चक्कर भी लगवाए और आज रात्रि में समय होलिका दहन के बाद कल से सांगला मे फाग मेला शुरू होगा.
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