किन्नौर: पुलिस अधीक्षक किन्नौर एसआर राणा ने प्रेस रिलीज में बताया कि काचे गांव में 6 नवंबर को हुई हत्या के मामले की समीक्षा 28 नवंबर को हिमाचल के मुख्यमंत्री ने अपने ऑफिस में पुलिस महानिदेशक, हिमाचल प्रदेश व दक्षिणी खंड के पुलिस महानिरीक्षक के साथ बैठक की. इन्हें प्राथमिकता के आधार पर जांच पूरी करके दोषियों को सजा देने के निर्देश दिए गए हैं.
मामले में मृतक के परिजन 18 नवंबर को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिले थे. परिवार वालों की मांग पर उपमंडल अधिकारी पुलिस भावानगर को 7 नवंबर को जांच का जिम्मा सौंपा गया था. उपमंडल पुलिस अधिकारी भावानगर 7 नवंबर से लगातार मामले की जांच कर रहे हैं. गुणवत्ता के आधार पर मामले की जांच जल्द पूरी हो इसके लिए पुलिस मुख्यालय शिमला, दक्षिणी खंड शिमला और किन्नौर जिला पुलिस और उपमंडल पुलिस अधिकारी को सभी सहयोग दे रहे हैं.
परिवारजनों को गुमराह कर रहे लोग
पुलिस अधीक्षक किन्नौर ने बताया कि इस मामले में कुछ लोग दखल करके परिजनों को गुमराह कर रहे हैं, जिनके खिलाफ किन्नौर पुलिस ने अवैध कामों के लिए आपराधिक मामले दर्ज किये हैं. इन मामलों में कार्रवाई से नाखुश लोग अपने निजी फायदे के कारण इस मुकदमे को ढाल बनाकर कुछ पुलिस अधिकारियों/ कर्मचारियों के खिलाफ आधारहीन बातें करके परिवारजनों को गुमराह कर अपना फायदा करके पुलिस अधिकारीयों व कर्मचारियों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है.
नियमानुसार आवेदन करके मांगी जा सकती है कॉल डिटेल
पुलिस अधीक्षक किन्नौर ने कहा कि परिवारजनों इस मामले के संदर्भ में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए उपमंडल पुलिस अधिकारी भावानगर से संपर्क कर सकते हैं. अगर पुलिस को किसी भी अधिकारी व कर्मचारी की कॉल डिटेल की जरूरत होगी तो इसे नियमानुसार आवेदन करके मांगी जा सकती है.
मोबाइल डिटेल देने में कोई एतराज
किन्नौर पुलिस को इस हत्या के मामले में मोबाइल डिटेल देने में कोई एतराज नहीं होगा, लेकिन अगर मोबाइल डिटेल निजी फायदे से अधिकारियों व कर्मचारियों की छवि खराब करने के मकसद से हासिल की जाती है तो इसका कानूनी उत्तरदायित्व आवेदक के ऊपर होगा.