किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के सबसे दुर्मग क्षेत्रों में से एक नाथपा पंचायत है जहां आजादी के बाद आजतक सड़क सुविधा से लोग वंचित हैं, जिसके चलते ग्रामीणों को आजतक पैदल चलकर अपने गांव तक जाना पड़ता है. ऐसे में लोगों को कई घंटे लग जाते हैं इसलिए ग्रामीणों का समय व लोगों को अपने गंतव्यों तक समय पर नहीं पहुंच पाते ऐसे में कई बार उनके जरूरी कार्य भी प्रभावित हो जाते हैं
गांव में सड़क निर्माण पर जोर
नाथपा पंचायत के निर्विरोध चुने गए प्रधान आरपी युलाम नेगी ने कहा कि वे पेशे से वकील हैं और शिमला जिले के रामपुर जिला एवं सत्र न्यायालय में वकालत करते हैं लेकिन उनके ग्रामीणों ने इस बार उन्हें गांव बुलाकर गांव के प्रधान पद के चुनाव लड़ने के लिए कहा. ऐसे में जब ग्रामीणों ने गांव की एक जनसभा बुलाई तो उसमें उन्हें पंचायत का निर्विरोध प्रधान बनाने की घोषणा की गई, उन्होंने कहा कि लंबे समय से राजनीतिक संगठनों में काम करने के अनुभव पर ग्रामीणों ने उन्हें गांव के विकास को मद्देनजर रखते हुए प्रधान पद के लिए चुना है. इसके अलावा दूसरे प्रतिनिधि भी निर्विरोध चुने गए हैं नेगी ने कहा कि सरकार से दिए जाने वाले 10 लाख की राशि से वे सबसे पहले गांव में सड़क निर्माण का काम करेंगे.
सरकार से बात करेंगे नाथपा पंचायत के प्रधान
नेगी ने कहा कि आजादी के बाद आजतक उनके गांव में सड़क नहीं पहुंच पाई है और ना ही सरकार का इस ओर ध्यान है. ऐसे में वे अब नाथपा पंचायत के लिए सबसे पहले सड़क निर्माण के लिए सरकार व प्रशासन से बातचीत करेंगे. इसके अलावा उनका क्षेत्र परियोजना प्रभावित क्षेत्र में आता है जिसके चलते वे परियोजना के अधिकारियों से भी इस संदर्भ में बात करेंगे ताकि नाथपा पंचायत को विकास की ओर ले जाएं.
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