किन्नौर: जिला किन्नौर का मलिंग नाला गर्मियों में पानी के बढ़ते जलस्त्रोत के लिए मशहूर है, लेकिन आजकल ये नाला पूरी तरह से जम चुका है. इन दिनों मलिंग गांव व नाले में तापमान माइनस 15 डिग्री सेल्सियस नीचे लुढ़क चुका है. मलिंग नाला बर्फ के पहाड़ में तब्दील हो चुका है. जिला किन्नौर के मलिंग नाला जमने के बाद पानी का बहाव रुका है. वहीं, NH-5 भी जमा चुका है जिस पर वाहनों के टायर फिसल रहे हैं. इन दिनों पर्यटक इस नाले में नाले के जमने के दृश्य को देखने के लिए आ रहे हैं. सैलानी भी यहां जमे हुए पानी को देखकर आनंदित हो रहे हैं.
इस नाले का जलस्त्रोत अब मार्च माह के आसपास दोबारा पिघलना शुरू होगा. जिसके बाद नाले का पानी दोबारा सुचारु रूप से बहने लगेगा. फिलहाल तो इस नाले का पानी जमा हुआ है और पहाड़ की भांति अपनी प्राकृतिक सौंदर्य से लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में शनिवार को मौसम साफ रहेगा. रविवार और सोमवार को प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया गया है. पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में यह बदलाव आने के आसार हैं. 29 और 30 जनवरी को प्रदेश के सात जिलों में कुल्लू, कांगड़ा, शिमला, मंडी, चंबा, किन्नौर और लाहुल-स्पीति भारी बर्फबारी और बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
बर्फबारी ना होने से शिमला शहर के लोग और कारोबारी मायूस हैं. बीते दिन शिमला में बर्फ के नाम पर हल्के फाहे गिरे थे. लेकिन इस सीजन में अच्छी बर्फ नहीं गिरी है. शिमला के ऊपरी इलाके कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर, रोहड़ू और चौपाल में हालांकि, बर्फबारी हुई है. बर्फबारी देखने के लिए टूरिस्ट को कुफरी और नारकंडा का रुख करना पड़ रह है. प्रदेश भर में 284 ट्रांसफार्मर अभी भी बंद पड़े हुए हैं, जिसके कारण कई गांव में अंधेरा पसरा हुआ है.
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