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एवरेस्टर अमित नेगी की पैसों की तंगी ने रोकी राह: मकालू और ल्होत्से शिखर पर नहीं करेंगे चढ़ाई, सोशल मीडिया पर दी जानकारी - एवरेस्टर अमित नेगी की रुपयों ने रोकी राह

हिमाचल के बेटे पर्वतारोही अमित नेगी मकालू और ल्होत्से शिखर पर चढ़ाई करने की राह को रुपयों की कमी ने रोक दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह वापस लौटेंगे, लेकिन जल्द ही इन चोटियों के शिखर पर जाकर देश- प्रदेश का मान बढ़ाएंगे.

एवरेस्टर अमित नेगी की पैसों ने रोकी राह
एवरेस्टर अमित नेगी की पैसों ने रोकी राह
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Published : Apr 29, 2023, 11:00 AM IST

Updated : Apr 29, 2023, 11:49 AM IST

एवरेस्टर अमित नेगी की सोशल मीडिया पर पोस्ट

किन्नौर: एवरेस्टर अमित नेगी ने कई बड़ी पहाड़ियों की चढ़ाई कर चुके हैं. उनका अगला पड़ाव अब मकालू और ल्होत्से शिखर की चोटी को फतह करना था. इसके लिए उन्होंने आर्थिक सहायता की जरूरत थी.अब उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा है कि रुपयों की कमी के चलते वह यह नहीं कर पाएंगे. वह वापस घर लौटेंगे, लेकिन आने वाले समय में फिर वो चोटियों को चढ़कर हिमाचल का नाम रोशन करेंगे.

नहीं मिली आर्थिक मदद: एवरेस्टर अमित नेगी ने कहा कि उन्होंने आर्थिक सहायता के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से मांग की थी. सरकार तक भी यह बात पहुंचाने का प्रयास किया था ,लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. अब वह आर्थिक तंगी के चलते इन शिखरों को फतह करने से चूक गए हैं.

सभी का आभार प्रकट किया: पर्वतारोही अमित नेगी ने सोशल मीडिया में डाले गए अपने वीडियो में सभी लोगों का आभार भी जताया, जिन्होंने उनकी मदद की है. उन्होंने कहा कि भविष्य में वो फिर कोशिश करेंगे कि इन चोटियों पर जाकर फतह हासिल की जाए. उन्होंने कहा कि देश के झंडे और किन्नौर टोपी के सम्मान के लिए वह इन शिखरों पर जाकर जीत हासिल करेंगे.

किन्नौर के बटसेरी गांव के रहने वाले अमित: किन्नौर जिले के बटसेरी गांव से संबंध रखते हैं और उन्होंने विश्व की कई बड़ी पहाड़ियों की चढ़ाई चढ़ने में सफलता हासिल की है. अमित नेगी ने विश्व के सबसे ऊंचे शिखर एवरेस्ट, कंचनजंगा, अन्नपूर्णा शिखर पर देश का झंडा और किन्नौरी टोपी का परचम लहराया है.,लेकिन इस बार रुपयों की कमी के चलते उन्हें मंजिल पर पहुंचने से पहले वापस लौटना पड़ेगा.

ये भी पढे़ं : गणतंत्र दिवस के अवसर किन्नौर प्रशासन ने हिमाचल के पहले सिविलियन एवरेस्ट को किया सम्मानित

एवरेस्टर अमित नेगी की सोशल मीडिया पर पोस्ट

किन्नौर: एवरेस्टर अमित नेगी ने कई बड़ी पहाड़ियों की चढ़ाई कर चुके हैं. उनका अगला पड़ाव अब मकालू और ल्होत्से शिखर की चोटी को फतह करना था. इसके लिए उन्होंने आर्थिक सहायता की जरूरत थी.अब उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा है कि रुपयों की कमी के चलते वह यह नहीं कर पाएंगे. वह वापस घर लौटेंगे, लेकिन आने वाले समय में फिर वो चोटियों को चढ़कर हिमाचल का नाम रोशन करेंगे.

नहीं मिली आर्थिक मदद: एवरेस्टर अमित नेगी ने कहा कि उन्होंने आर्थिक सहायता के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से मांग की थी. सरकार तक भी यह बात पहुंचाने का प्रयास किया था ,लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. अब वह आर्थिक तंगी के चलते इन शिखरों को फतह करने से चूक गए हैं.

सभी का आभार प्रकट किया: पर्वतारोही अमित नेगी ने सोशल मीडिया में डाले गए अपने वीडियो में सभी लोगों का आभार भी जताया, जिन्होंने उनकी मदद की है. उन्होंने कहा कि भविष्य में वो फिर कोशिश करेंगे कि इन चोटियों पर जाकर फतह हासिल की जाए. उन्होंने कहा कि देश के झंडे और किन्नौर टोपी के सम्मान के लिए वह इन शिखरों पर जाकर जीत हासिल करेंगे.

किन्नौर के बटसेरी गांव के रहने वाले अमित: किन्नौर जिले के बटसेरी गांव से संबंध रखते हैं और उन्होंने विश्व की कई बड़ी पहाड़ियों की चढ़ाई चढ़ने में सफलता हासिल की है. अमित नेगी ने विश्व के सबसे ऊंचे शिखर एवरेस्ट, कंचनजंगा, अन्नपूर्णा शिखर पर देश का झंडा और किन्नौरी टोपी का परचम लहराया है.,लेकिन इस बार रुपयों की कमी के चलते उन्हें मंजिल पर पहुंचने से पहले वापस लौटना पड़ेगा.

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Last Updated : Apr 29, 2023, 11:49 AM IST
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