किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में लॉकडाउन के बाद प्रदेश के मजदूर अपने क्षेत्रों की ओर चले गए. जबकि दूसरे राज्यों के सैकड़ों मजदूर अभी भी किन्नौर के विभिन्न क्षेत्रों में फसे हुए हैं. काम नहीं मिलने की स्थिति में मजदूरों को राशन की दिक्कतें पेश आ रही हैं, लेकिन जिला प्रशासन ऐसे सभी मजदूरों की रोजाना तलाश कर खाने-पीने की चीजें मुहैया करवा रहा है. प्रशासन की मदद पर मजदूरों ने प्रदेश सरकार व प्रशासन का आभार व्यक्त किया है.
रिकांगपिओ में इन दिनों बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के सैकड़ों मजदूरों को प्रशासन चावल, दाल, नमक, आटा, हल्दी व दूसरी रोजमर्रा की चीजें दे रहा है. साथ ही जिन मजदूरों के पास आशियानों में खाना इत्यादि बनाने की व्यवस्था नहीं है, उन्हें बाजार में चयनित ढाबों में खाना दिया जा रहा है. मजदूरों का कहना है कि प्रशासन खाद्य सामग्री के देने के साथ-साथ उनके परिवार की देखभाल के लिए भी आगे आ रहा है.
ये भी पढ़ें: मैहतपुर बॉर्डर से अपने प्रदेश लौटे बाहरी राज्यों में फंसे हिमाचली, एंट्री से पहले हो रही स्क्रीनिंग
बता दें कि सरकार ने ग्रीन जोन वाले क्षेत्रों में काम की छूट तो दे दी है, लेकिन इन मजदूरों को लोग काम पर ले जाने से घबरा रहे हैं. किन्नौर में अभी कोरोना का खौफ बरकरार है. सरकार की छूट मिलने के बाद भी लोग अपने किसी भी कार्य को करने से घबरा रहे हैं. ऐसे में इन मजदूरों को बिना मजदूरी के कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें: SPECIAL: लॉकडाउन में भी हिमाचल के अन्नदाताओं ने भर दिए आनाज का भंडार