किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में पिछले दो दिनों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है. वहीं, निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है जिसके चलते जिला किन्नौर में काफी ठंड बढ़ चुकी है.
किन्नौर के छितकुल, रकच्छम,नेसङ्ग में करीब 1 फीट के आसपास बर्फबारी की सूचना है. वहीं, जिला के कल्पा, सांगला, भावा, रोपा वेली, हंगरङ्ग घाटी में 8 इंच बर्फबारी हुई है जिससे जिला के कई क्षेत्रों के सम्पर्क मार्ग भी कट गया है.
किन्नौर में सीजन की दूसरी बर्फबारी
जिला किन्नौर में यह दूसरी बर्फबारी है और इस बर्फबारी से जिला के किसानों व बागवानों को सिंचाई से निजात मिली है. वहीं, जिला प्रशासन के लिए अब अप्रैल महीने तक बर्फबारी के चुनौतियों से निपटने की तैयारी भी करनी होगी क्योंकि जिला में बर्फबारी के दौरान कई आपदाएं आती रहती हैं और ऐसे में कई बार जिला में लोगों को बर्फबारी से सेब के बगीचे और सरकार को उनके सम्पति का भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.
PWD की मशीनें तैनात
वहीं, जिला प्रशासन ने जिला के विभिन्न स्थानों पर पीडब्ल्यूडी के मशीनों को तैनात कर दिया गया है, जिसकी पुष्टि डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने की है. साथ ही प्रशासन ने इसे मौसम में लोगों को सफर करने से भी मनाही की है क्योंकि बर्फबारी व बारिश के चलते पहाड़ों से पत्थरों के गिरने का खतरा बना हुआ है. ऐशे में सफर के दौरान दुर्घटना का खतरा भी बन सकता है.
किन्नौर में 2 दिन से मौसम खराब
जिला में लगातार दो दिनों से मौसम खराब है और लगातार बारिश और बर्फबारी से लोगों को घरों में दुबक कर रहने पर मजबूर होना पड़ा है. वहीं, मौसम विभाग कल्पा के अधिकारी आईडी शर्मा ने बताया कि जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सुबह का तापमान माइनस 6 डिग्री नीचे लुढ़क गया और शाम का तापमान करीब माइनस 5 डिग्री के आसपास गिरा रहता है जिससे अब पीने के पानी के नल भी जमने लगे हैं.