किन्नौरः जिले में पिछले दिनों हुई भारी बर्फबारी के चलते जिला के तीनों खण्डों में भारी नुकसान हुआ है. ऐसे में जिला प्रशासन के सामने भी नुकसान के आकलन का कार्य किसी चुनौती से कम नहीं है क्योंकि जिला के राजस्व विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी है. ऐसे में बागवानों, किसानों को इस नुकसान की भरपाई के लिए मौके पर गए अधिकारियों के द्वारा अबतक नुकसान का आकलन नहीं किया गया है.
संपर्क मार्ग को बहाल करने में पीडब्ल्यूडी को आ रही समस्याएं
डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला में बर्फबारी से सैकड़ों सड़क संपर्क मार्ग अवरुद्ध हुए हैं जिन्हें बहाल करने में पीडब्ल्यूडी को समस्याएं आ रही हैं क्योंकि पहाड़ियों से चट्टानों के गिरने का सिलसिला जारी है. उन्होंने कहा कि जिले में सरकारी नुकसान का आकलन का कार्य अबी चल रहा है लेकिन लोगों के निजी सेब के बाग व रिहायशी मकानों के नुकसान के आकलन के लिए थोड़ा समय लग सकता है.
उन्होंने कहा कि अभी भी जिले के राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5, पंगी नाला व स्थानीय कई सड़क संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं जिसे बहाल करने में प्रशासन प्रयासरत है. जल्द ही जिले में जनजीवन को सामान्य करने की कोशिश की जा रही है.
बर्फबारी से सरकार को भी पहुंचा नुकसान
बता दें कि किन्नौर जिले में पिछले दिनों हुई भारी बर्फबारी से बागवानों के सेब के पेड़ों को नुकसान पहुंचा है. वहीं, बर्फबारी से सड़क अवरुद्ध होना, बिजली के खंबे टूटना, ग्लेशियर से सरकारी चीजों का नुकसान हुआ है जिसका आकलन प्रशासन लगातार कर रहा है.
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