किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर में मंगलवार रात से हुई बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बर्फबारी के बाद किन्नौर की सड़कें जमने लगी है और वाहनों के पहिये सड़कों पर थमने लगे हैं. कुछ वाहनों के तो इंजन ठंड के चलते स्टार्ट भी नहीं हो रहे हैं. ऐसे में लोग पैदल चलने को मजबूर हैं.
किन्नौर में बर्फबारी बागवानों के लिए वरदान है तो कई लोगो के लिए मुसीबतों का कारण भी बनी है. बाहरी राज्यों से आए सैकड़ों पर्यटक कई जगहों पर फसे हैं. प्रशासन ने सभी पर्यटन स्थलों में रहने के पुख्ता इंतजाम कर दिए हैं. फंसे हुए पर्यटक अब सड़कों पर से बर्फ हटने के बाद ही बाहर निकल सकते हैं.
बता दें कि इस बर्फबारी से समूचा जिला शीतलहर की चपेट में आया है और बुधवार को जिला के सभी लोकल रूटों पर परिवहन निगम की बसों की आवाजाही भी ठप पड़ गई. भारी बर्फबारी में सड़कों पर फिसलन होने के चलते प्रशासन ने सभी रूटों को अस्थाई तौर पर स्थगित कर दिया है.
वहीं, बर्फ की सफेद आफत ने आज जिला के कई क्षेत्रों में बिजली की तारों को नुकसान पहुंचाया है और पीने के पानी के पाइप भी जाम होने से किन्नौरवासियों को अब पानी की समस्याओं से भी गुजरना पड़ रहा है.
जिला भर में आज बर्फबारी के बाद बीएसएनल के सिग्नल के अलावा दूसरे फोन सेवाओं की हालत काफी बुरी रही जिससे लोगों को आपस मे सम्पर्क करना भी मुश्किल हुआ. वहीं पूरे दिन नेट नही चलने से सभी कार्यालयों में सरकारी कार्यों पर भी प्रभाव पड़ा है.