किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में लॉकडाउन के बाद आबकारी एवं कराधान विभाग को पेट्रोल डीजल से आने वाले आय में भारी नुकसान झेलना पड़ा है. जिला में लॉकडाउन के बीच सड़कों पर सरकारी और प्राइवेट कुछ वाहनों की ही आवाजाही हो रही थी, जिसके चलते पेट्रोल,डीजल की खपत नाम मात्र रह गई है.
इस विषय पर किन्नौर स्पीति के आबकारी एवं कराधान विभाग के सहायक आयुक्त सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि लॉकडाउन के बीच आबकारी विभाग को पेट्रोल व डीजल से आने वाले आय में भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि इससे पहले पेट्रोल व डीजल से महीने की आय करीब 36 लाख 68 हजार रुपये होती थी.
अब लॉकडाउन के कारण ये आय 16 लाख 41 हजार हो गई है, जो कि बहुत बड़ा नुकसान है. सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि लॉकडाउन के बाद पेट्रोल व डीजल पंप में पेट्रोल डीजल की खपत कम रही, जिसके चलते आबकारी विभाग व सरकार को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
बता दें कि जिला किन्नौर में लॉकडाउन के बाद वाहनों की आवाजाही कम होने से आबकारी विभाग के खजाने पर भी काफी प्रभाव पड़ा है. वहीं, जिला में लगातार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. किन्नौर में अप्रैल महीने से मई महीने तक पेट्रोल के दाम 74.96 रुपये से कम नहीं हुआ है. वहीं, डीजल के दाम मार्च से लेकर मई तक 64.10 रूपये बना हुआ है.
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