किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के कल्पा खंड के तहत शुदारंग और ख्वांगी पंचायत में इन दिनों सड़क किनारे कूड़ा फैला है. इस कूड़े को बेसहारा पशु खा रहे है. साथ ही सड़क के किनारे फैला कूड़ा हवा के बहाव में लोगों के घरों तक भी पहुंच रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ सख्त नाराजगी भी है.
दरअसल, प्रशासन ने कल्पा के सभी पंचायतों में घर द्वार कूड़ा उठाने के लिए ठेकेदार को नियुक्त किया है. इसके बावजूद शुदारंग व ख्वांगी पंचायत की सड़कों पर जगह जगह कूड़ा खुले में फेंका गया है.
इस बारे में शुदारंग के स्थानीय निवासी अजय वीर नेगी ने जिला प्रशासन के खिलाफ सख्त नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2019 से प्रशासन ने रिकांगपिओ और उसके आसपास की पंचायतों में घर द्वार कूड़ा उठाने के लिए प्रस्ताव पास किया था. इसके बाद प्रशासन ने ठेकेदार को शुदारंग और ख्वांगी पंचायत के क्षेत्र से भी घर से कूड़ा उठाने का निर्देश दिया था, लेकिन ठेकेदार के सफाई कर्मी कूड़ा उठाकर सड़कों पर छोड़ रहे हैं, जिसे बेसहारा पशु खा रहे हैं. इससे पशुओं के बीमार होने का खतरा भी बना हुआ है. साथ ही आस पास के क्षेत्र में महामारी भी फेल सकती है.
कल्पा एसडीएम डॉ. मेजर अवनिंद्र शर्मा ने कहा कि लोगो की ओर से कूड़े के निष्पादन को लेकर शिकायतें आ रही हैं. इन शिकायतों के मद्देनजर सफाई कर्मियों को घर से कूड़ा उठाने के निर्देश दिए गए हैं.
बता दें कि प्रशासन ने घरों से कूड़ा उठाने के लिए रिकांगपिओ और उसके आसपास की कुछ पंचायतों को अपने अधीन लिया था, लेकिन लंबे समय से रिकांगपिओ को छोड़कर उसके आसपास की तीन पंचायतों में अबतक घरद्वार कूड़ा उठाने की योजना फेल होती दिख रही है. स्थानीय ग्रामीणों ने रिकांगपिओ के आसपास के पंचायतों में कूड़ा उठाने की मांग की है, ताकि पंचायतों की सड़कों पर फैले कूड़े से बीमारियों से बचा जा सके.
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