किन्नौर: कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान जमाखोरी व मुनाफाखोरी पर कड़ी नजर रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कई कदम उठाए गए हैं. जमाखोरी पर नजर रखने के लिए जिला नियंत्रक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग किन्नौर की ओर से दुकानों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है.
जनजातीय जिला किन्नौर में खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से बीते दो दिनों से दर्जनों दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान कई दुकानों में मूल्य सूची ना होने और अधिक दाम में चीजे बेचने पर डीएफएससी ने दुकानदारों के चालान भी काटे हैं. साथ ही सख्त हिदायत के साथ दुकानों में नियमानुसार मूल्य सूची लगाने के निर्देश दिए हैं.
डीएफएससी किन्नौर शैलेश हितेषी ने कहा कि लॉकडाउन के चलते जिला में कई दुकानदार अपनी मनमर्जी के दामों पर सब्जी,राशन बेच रहे थे. स्थानीय लोगों की शिकायत पर कई दुकानों पर छापेमारी की गई है. मंगलवार को सांगला,पोवारी व स्पिलो में करीब 12 दुकानों के चालान काटे गए हैं.
दुकानों में मूल्य सूची व कुछ पुराना सामान भी जब्त किए गया है. साथ ही अधिक दाम पर सामान बेचने पर कई दुकानदारों के चालान काटे गए हैं. चालान से कुल 8 हजार 140 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूली है.
बता दें कि जिला किन्नौर में लॉकडाउन के बाद सब्जी, राशन व दूसरी दुकानों में समय-समय पर जिला खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से औचक निरीक्षण किया जा रहा है क्योंकि लॉकडाउन के दौरान कुछ दुकानदार मनामने दाम पर सामान बेच रहे हैं. डीएफएससी किन्नौर लगातार जिला के हर क्षेत्र में दुकानदारों को तय दामों पर सामान बेचने की हिदायत भी दे रहे हैं.