किन्नौर: पोवारी के पास HPPCL जल विद्युत परियोजना (HPPCL Hydroelectric Project) के निर्माणाधीन कार्य से निकले रासायनिक मलवे को सतलुज के बीच इकट्ठा किया जा रहा है, बारूद के समान यह मलवा टनल कार्य से निकला हुआ , जिसे प्रशासन के चयनित स्थल पर फेका जाना था. लंबे समय से परियोजना का ठेकेदार टनल व आसपास के निर्माण कार्य से निकले इस मलवे को सतलुज नदी के बीच में इकट्ठा कर रहा, जिससे बरसात में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
बरसात में बढ़ता सतलुज का प्रवाह: बरसात के दिनों में सतलुज का प्रवाह बढ़ जाता है. ऐसे में परेशानियां बढ़ सकती है. करीब 50 मीटर ऊंचे इस मलवे प्रवाह में बहा तो सतलुज नदी के पास बसे तंगलिंग गांव ,शोगठोग,करछम बांध ,किल्बा गांव, टापरी बाज़ार, भाबा नगर एजेपीसी के बांध को नुकसान हो सकता है, लेकिन परियोजना प्रबंधन इस खतरे को देखते हुए भी चुप्पी साधे हुए है.
हटाने का निर्देश: डीसी आबिद हुसैन सादिक ने बताया पोवारी के पास एचपीपीसीएल जल विद्युत परियोजना के निर्माणाधीन कार्य से निकले मलवे को नदी के बीच से 15 दिनों मे हटाने के लिए उन्होंने प्रबंधन को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही सतलुज नदी के बीच से मलवा हटाया जाएगा ,ताकि सतलुज नदी के जल का प्रवाह बढ़ने के बाद कोई नुकसान नहीं हो सके.