किन्नौरः जिले में कोरोना संक्रमण काफी बढ़ चुका है. जिले में करीब 167 कोरोना के मामले सक्रिय हैं जिसमें जिला के 4 लोग और 163 बाहरी क्षेत्र से आये हुए लोगों समेत बीआरओ के मजदूर हैं. ऐसे में जिला में कोविड वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेज हो चुकी है लेकिन मामला उन लोगों के ऊपर आया है जिनके पास न तो कोई आई कार्ड है और ना ही दूसरे कागजी पत्र हैं. ऐसे में इन लोगों से अब संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है.
जल्द ही कोविड को लेकर बरती जा सकती है सख्ती
डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा का इस बारे में कहना है कि यह बात बिल्कुल सही है कि जिन मजदूरों के पास कोई भी पहचान पत्र नहीं है, उन्हें कोविड वैक्सीन का टीका लगाने में रजिस्ट्रेशन में दिक्कतें होंगी. ऐसे में इस बारे में जल्द ही सरकार और प्रशासन बैठक कर कोई समाधान निकालेगा.
उन्होंने कहा कि जिला में कोरोना संक्रमण के चलते 4 लोगों की इस बार मौत हुई है. वहीं, जिला में अब जल्द ही कोविड को लेकर सख्तियां भी बरती जा सकती हैं. ताकि क्षेत्र को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके.
पंचायतों को मजदूरों के पहचान पत्र बनाने के दिए जाएंगे निर्देश
डीसी किन्नौर ने कहा कि जिला में कोरोना का कहर काफी बढ़ चुका है. ऐसे में प्रशासन ने ठेकेदारों समेत घरों में रखे गए मजदूरों के कोविड वैक्सीनेशन को लेकर भी योजना तैयार करने का फैसला लिया है ताकि जिले में रहने वाले सभी मजदूरों को भी वैक्सीन लगाया जा सके.
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जिले में रहने वाले कई मजदूरों के पास कोई भी आइडेंटिटी प्रूफ नहीं होने की सूचना मीडिया से मिली है जो एक गंभीर विषय है. इस मामले में प्रशासन की ओर से स्थानीय पंचायतों को मजदूरों के कोविड टीकाकरण और उनके पहचान पत्र बनाने के लिए निर्देश दिए जाएंगे ताकि कोई भी कोविड वैक्सीन के टीका से वंचित न रहे.
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