किन्नौर: आज विश्व जल दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज देश के अंदर व विश्व मे कई ऐसे जगह हैं जहां पीने के पानी का हाहाकार मचा हुआ है. बदलते मौसम के साथ अब धीरे-धीरे पीने के पानी की सबसे अधिक समस्या आ सकती है ऐसे में लोग पीने के पानी को संरक्षित करना न भूलें.
डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने कहा कि आज विश्व जल दिवस पर उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी इस विषय मे लंबी चर्चा की उन्होंने कहा कि सरकार भी लगातार पीने के पानी के संरक्षण के लिए काम कर रही है ताकि पीने के पानी को जितना हो सके संरक्षित किया जा सके.
मौसम बदल रहा है कम बर्फबारी हो रही है
डीसी ने कहा कि जिस प्रकार से अब देश प्रदेश का मौसम बदल रहा है कम बर्फबारी हो रही है. पहाड़ों से गलेशियरों के पिघलने का सिलसिला जारी है, उससे एक समय मे पीने के पानी की समस्या उतपन हो सकती है. ऐसे में लोग अपनी पंचायत, ग्रामीण इलाकों में पीने के पानी को संरक्षित करने के बेहतर उपाय के प्रयोग करें.
पीने के पानी की भारी समस्या
डीसी किन्नौर ने कहा कि देश में कई ऐसे भी इलाके हैं जो समुंदर के साथ सटे हुए हैं. जहां नमकीन व खारा पानी बहता है, लेकिन पीने के पानी की भारी समस्या है जिन्हें पीने के पानी के लिए दूसरे इलाकों से खरीदारी करनी पड़ती है जिसमें बहुत अधिक खर्चा आता है.
वहीं, आज बढ़ते जनसंख्या के मध्य भी अब रिहायशी इलाकों में पीने के पानी की समस्याए बढ़ती जा रही हैं जो कि एक गम्भीर समस्या है. जिसे हल करना सभी का दायित्व है, ताकि पीने के पानी को संरक्षित किया जा सके.
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