किन्नौर: प्रशासन ने सेब और मटर सीजन को देखते हुए किसानों-बागवानों को बाहरी राज्यों से मजदूरों को लाने की अनुमति दे दी है ,लेकिन नियमानुसार बागवानों को कोविड-19 के लिए जारी की गई गाइडलाइन का पालन करना होगा.
डीसी गोपालचन्द ने बताया कि बागवान-किसान पिछले कई महीनों से मजदूरों की कमी से परेशान हैं. सेब सीजन के लिए बागवानों को नेपाली मजदूरों की जरूरत हैं. सेब सीजन नेपाली मजदूरों के सहारे ही अब तक चलता आया है,लेकिन इस बार कोरोना संकट के चलते नेपाली मजदूर वापस चले गए हैं.
बाहरी राज्यों और नेपाल के मजदूर सेब सीजन के लिए हिमाचल आना चाहते हैं तो उन्हें सरकार के तय नियमों के अनुसार अनुमति दी जाएगी. इसके तहत बागवानों और किसानों को 14 दिन तक क्वारंटाइन रहना होगा. डीसी ने बताया कि बाहरी राज्यों से लाये जाने वाले मजदूरों को प्रशासन अपने स्तर पर क्वारंटाइन नहीं करेगा. बाहरी राज्यों से मजदूरों को लाने वाले लोगों की ही मजदूरों को क्वारंटाइन करना पड़ेगा.
बता दें कि किन्नौर में अब मटर के सीजन की लगभग शुरआत हो चुकी है और अगस्त महीने से सेब का सीजन भी शुरू होने वाला है, लेकिन नेपाली और प्रदेश के दूसरे मजदूर इस वक्त मौजूद नहीं हैं. ऐसे में किसानों और बागवानों को मजदूरों की समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं. प्रशासन के अनुसार हर साल किन्नौर में करीब 8 से 10 हजार मजदूर काम करने के लिए आते रहे हैं, लेकिन इस साल कोविड के चलते जिला में कुल 4 हजार मजदूर मौजूद हैं. जो सेब सीजन के लिए काफी नहीं हैं.
ये भी पढे़ं : हिमाचल में मंगलवार से बारिश का दौर जारी, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट