किन्नौरः जिला प्रशासन की ओर से जिले के होम आइसोलेट कोरोना मरीजों की सुविधा के लिए एक अनूठी पहल शुरू की गई है. जिला प्रशासन द्वारा ऐसे कोविड-19 रोगियों की सुविधा के लिए 10 सदस्यीय परामर्श दल का गठन किया है जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों के अलावा मनोविज्ञान के प्रोफेसर व महिला एवं बाल कल्याण विभाग के काउंसलर को शामिल किया गया है.
यह परामर्शदाता जिले के होम आइसोलेट (गृह संगरोध) कोरोना रोगियों से फोन पर बातचीत कर उन्हें आ रही कठिनाइयों की जानकारी हासिल करेंगे और उसके निदान संबंधी परामर्श व सुझाव रोगियों को देंगे. यह रोगियों की मनोविज्ञान एवं सामाजिक समस्याओं का निदान भी सुनिश्चित करेंगे ताकि कोरोना रोगियों को चिकित्सीय सहायता के साथ-साथ मानसिक रूप से भी सुदृढ़ बनाया जा सके.
परामर्श दल होम आइसोलेट कोविड रोगियों की समस्याओं को हल करने का करेंगे प्रयास
उपायुक्त किन्नौर हेमराज बैरवा ने बताया कि परामर्श दल गठित करने का मुख्य उद्देश्य होम आइसोलेट रोगियों को चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक सहायता उपलब्ध करवाना है. इसलिए परामर्श दल में चिकित्सकों के अलावा मनोविज्ञान से सम्बंधित विशेषज्ञ को शामिल किया गया है जो होम आइसोलेट कोविड रोगियों की सभी प्रकार की समस्याओं को हल करने का प्रयास करेंगे.
परामर्श दल जहां संगरोध कोरोना रोगियों की स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारी हासिल करेंगे, वहीं कोरोना से लड़ने के लिए कोविड रोगियों की मोटिवेट भी करेंगे ताकि गृह संगरोध रोगियों को इस बीमारी से मानसिक रूप से लड़ने के लिए तैयार किया जा सके. परामर्शदाता कोविड रोगियों की जरूरतों व आवश्यकताओं की जानकारी हासिल करेंगे ताकि जिला प्रशासन समय पर इनकी हर तरह से सहायता कर सकें.
होम आइसोलेट कोरोना मरीजों से फोन पर बातचीत कर करेंगे मोटिवेट
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञ का दल गठित किया है जो नियमित रूप से होम आइसोलेट कोरोना मरीजों से फोन पर बातचीत कर उन्हें कोविड से लड़ने के लिए मोटिवेट करेंगे. साथ ही इस दल के सदस्य चिकित्सीय सहायता व परामर्श देंगे व अन्य समस्याओं का निदान करेंगे.
जिले में 338 रोगी गृह संगरोध
वहीं, जिले मे वर्तमान मे कोरोना के कुल 381 मामले सक्रिय हैं जिनमें से 43 रोगी विभिन्न अस्पतालों व कोविड केयर सेन्टर में दाखिल है और 338 रोगी गृह संगरोध पर है.
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