किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के ऊपरी इलाकों में इन दिनों बर्फबारी के बाद लोगों से संपर्क करना मुश्किल हो गया है. ऐसे में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मोबाइल सेवाएं ठप होने की वजह से लोगों का एक-दूसरे से संपर्क नहीं हो पा रहा है.
जिला के आदिवासी क्षेत्र कल्याण के प्रदेश सदस्य ठाकुर बिष्ट और पूह कांग्रेस प्रवक्ता तेजस्वी प्रकाश ने कहा कि जिला के ऊपरी क्षेत्र के पूह तहसील, मूरंग तहसील, हांगरंग उपतहसील में लगभग 24 पंचायतों में बर्फबारी के दौरान कई महीनों तक मोबाइल सेवाएं ठप हो रहती हैं. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति बीमार हो जाए या आगजनी की घटना, वाहन दुर्घटना हो जाए तो आपातकाल सेवा के लिए संपर्क नहीं हो पाता है.
स्थानीय लोगों का कहा कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रामलाल मार्कण्डेय खुद जनजातीय क्षेत्र लाहौल स्पीति से संबंध रखते हैं. उन्होंने किन्नौर प्रवास के दौरान ऊपरी क्षेत्र में दूर-संचार के लिए नए टावर लगाए जाएंगे, जिससे लोगों को मोबाइल और अन्य संचार सेवाओं की सुविधा मिलेगी. लेकिन सरकार के दो साल बीत जाने पर भी आजतक किन्नौर के ऊपरी इलाकों में रह रहे लोगों को कोई सुविधा नहीं दी गई है.
जिला के ऊपरी क्षेत्र के कई पंचायतों में इन दिनों मोबाइल सिग्नल और अन्य संचार सेवा नहीं होने से लोग मुसीबत के समय प्रशासन को संपर्क नहीं कर सकते हैं. अगर ऊपरी क्षेत्रों में ग्लेशियर, बर्फबारी से नुकसान या कोई अन्य दुर्घटना हो जाए तो इसकी सूचना देने के लिए स्थानीय लोगों के पास कोई जरिया नहीं है. सड़कें बंद होने से लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलकर अपने काम से जिला मुख्यालय रिकांगपिओ तक पहुंचना पड़ता है.
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