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किन्नौर के ऊपरी क्षेत्रों में शुरू हुआ सेब सीजन, बाहरी जिलों से तुड़ान के लिए आए मजदूर - Apple season start in upper Kinnaur

अप्पर किन्नौर में सेब का सीजन शुरू हो गया है. यहां पर बाहरी जिलों से मजदूर सेब के तड़ान के लिए पहुंच रहे हैं.

किन्नौर में सेब का सीजन
किन्नौर में सेब का सीजन
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Published : Sep 20, 2020, 7:32 AM IST

Updated : Sep 20, 2020, 9:03 AM IST

किन्नौर: ट्राइबल जिला के निचले क्षेत्रों में सेब का सीजन करीब एक महीने से चला हुआ है. किन्नौर में अधिकतर सेब की फसल वाला क्षेत्र कल्पा, पूह व सांगला है, जहां पर लाखों सेब की पेटियां मंडी तक पहुंचती है. इन क्षेत्रों से सेब के मंडी पहुंचते ही दाम में बढ़ोतरी हो जाती है.

यहां पर प्रमुख रूप से सेब की वैराइटी में ब्लैक रॉयल, रेड, रिचर्ड हैं, जिनकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है. कल्पा के करीब सभी क्षेत्रों में सेब की तुड़ाई शुरू हो गई है. बाहरी क्षेत्रों से सेब के व्यापारी किन्नौरी सेब की खरीदारी के लिए किन्नौर भी आ रहे हैं. वहीं, मंडी में भी किन्नौर के सेब की मांग बढ़ने लगी है.

वीडियो रिपोर्ट

बता दें कि किन्नौर के तेलंगी, ख्वांगी, ब्रेलनगी, युवारीनगी में सेब की फसल पूरी तरह से तैयार हो चुकी है. ऐसे में लोगों ने इस बार पिछले वर्ष की भांति करीब दस दिन की लेटलतीफी के बाद सेब तुड़ान शुरू किया है. इस वर्ष सर्दियों में मई महीने तक सेब के बगीचों में बर्फ पड़ी हुई थी. ऐसे में ठंड के प्रकोप के बाद सेब की फ्लावरिंग भी देरी से हुई थी, जिसके चलते सेब की फसल भी देरी से तैयार हुई.

किन्नौर: ट्राइबल जिला के निचले क्षेत्रों में सेब का सीजन करीब एक महीने से चला हुआ है. किन्नौर में अधिकतर सेब की फसल वाला क्षेत्र कल्पा, पूह व सांगला है, जहां पर लाखों सेब की पेटियां मंडी तक पहुंचती है. इन क्षेत्रों से सेब के मंडी पहुंचते ही दाम में बढ़ोतरी हो जाती है.

यहां पर प्रमुख रूप से सेब की वैराइटी में ब्लैक रॉयल, रेड, रिचर्ड हैं, जिनकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है. कल्पा के करीब सभी क्षेत्रों में सेब की तुड़ाई शुरू हो गई है. बाहरी क्षेत्रों से सेब के व्यापारी किन्नौरी सेब की खरीदारी के लिए किन्नौर भी आ रहे हैं. वहीं, मंडी में भी किन्नौर के सेब की मांग बढ़ने लगी है.

वीडियो रिपोर्ट

बता दें कि किन्नौर के तेलंगी, ख्वांगी, ब्रेलनगी, युवारीनगी में सेब की फसल पूरी तरह से तैयार हो चुकी है. ऐसे में लोगों ने इस बार पिछले वर्ष की भांति करीब दस दिन की लेटलतीफी के बाद सेब तुड़ान शुरू किया है. इस वर्ष सर्दियों में मई महीने तक सेब के बगीचों में बर्फ पड़ी हुई थी. ऐसे में ठंड के प्रकोप के बाद सेब की फ्लावरिंग भी देरी से हुई थी, जिसके चलते सेब की फसल भी देरी से तैयार हुई.

Last Updated : Sep 20, 2020, 9:03 AM IST
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