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ज्वालामुखी मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन की गई पूजा-अर्चना, मंदिर अधिकारी ने अदा की झंडा रस्म

कोरोना के कहर को देखते हुए प्रथम नवरात्रि के दिन ज्वालामुखी मंदिर में कोई भी श्रद्धालु नजर नहीं आया. मंदिर के बंद कपाटों में मां की विधिवत पूजा-अर्चना की गई और मंदिर अधिकारी विशन दास शर्मा ने झंडा रस्म को अदा किया.

Jwalamukhi Temple
ज्वालामुखी मंदिर में नवरात्री के दिन की गई पूजा-अर्चना.
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Published : Mar 26, 2020, 10:27 AM IST

ज्वालामुखी: केंद्र सरकार ने कोरोना के कहर को देखते हुए देश के सभी राज्यों में लॉक डाउन के निर्देश जारी किए है. प्रदेश में कोरोना वायरस के चलते धारा 144 लागू की गई है. इसके तहत सरकार ने सभी शक्तिपीठों को बंद करने के आदेश जारी किए थे.

बुधवार को चैत्र नवरात्रों का आगाज हुआ, लेकिन कोरोना के चलते प्रथम नवरात्रे के दिन ज्वालामुखी मंदिर में कोई भी श्रद्धालु नजर नहीं आया. इतिहास में शायद ही कभी मंदिर के बंद कपाटों में नवरात्रों की पूजा की गई होगी. वहीं, दूसरी ओर सदियों से ज्वालामुखी मंदिर की झंडा रस्म को मंदिर अधिकारी विशन दास शर्मा ने अदा किया और मां की विधिवत पूजा अर्चना करके भोग प्रसाद लगाया.

वीडियो रिपोर्ट.

वहीं, आज मां के दूसरे रूप मां ब्रह्मचारिणी की विधिवत पूजा-अर्चना की जा रही है और आज भी मंदिर में पुजारी के बिना कोई नजर नहीं आया. नवरात्रों में पुजारी की ओर से लगातार 9 दिन तक विधिवत पूजा अर्चना और पांच पहर का भोग प्रसाद लगाया जाएगा.

मंदिर अधिकारी विशन दास शर्मा ने बताया की चैत्र नवरात्रे शुरू होने पर शहर में धारा 144 लगने के बाद भी मंदिर की परंपरा को बरकरार रखा गया है. झंडा रस्म अदा करेके मां की विधिवत पूजा अर्चना की गईं

मंदिर आयुक्त एवं SDM अंकुश शर्मा ने बताया की मंदिर को पूरी तरह से सेनेटाइज किया गया है. नवरात्रो में मंदिर के मुख्य पुजारी की ओर से मां की पूजा-अर्चना मंदिर की जाएगी और पहले की तरह प्रशाद भी लगेगा. उन्होने बताया की श्रद्धालु ऑनलाइन MSB भक्ति चैनल के माध्यम से मां की पवित्र ज्योतियों व सांय आरती के दर्शन कर सकते है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में कहां होगा कैसा मौसम, आईए जानें यहां

ज्वालामुखी: केंद्र सरकार ने कोरोना के कहर को देखते हुए देश के सभी राज्यों में लॉक डाउन के निर्देश जारी किए है. प्रदेश में कोरोना वायरस के चलते धारा 144 लागू की गई है. इसके तहत सरकार ने सभी शक्तिपीठों को बंद करने के आदेश जारी किए थे.

बुधवार को चैत्र नवरात्रों का आगाज हुआ, लेकिन कोरोना के चलते प्रथम नवरात्रे के दिन ज्वालामुखी मंदिर में कोई भी श्रद्धालु नजर नहीं आया. इतिहास में शायद ही कभी मंदिर के बंद कपाटों में नवरात्रों की पूजा की गई होगी. वहीं, दूसरी ओर सदियों से ज्वालामुखी मंदिर की झंडा रस्म को मंदिर अधिकारी विशन दास शर्मा ने अदा किया और मां की विधिवत पूजा अर्चना करके भोग प्रसाद लगाया.

वीडियो रिपोर्ट.

वहीं, आज मां के दूसरे रूप मां ब्रह्मचारिणी की विधिवत पूजा-अर्चना की जा रही है और आज भी मंदिर में पुजारी के बिना कोई नजर नहीं आया. नवरात्रों में पुजारी की ओर से लगातार 9 दिन तक विधिवत पूजा अर्चना और पांच पहर का भोग प्रसाद लगाया जाएगा.

मंदिर अधिकारी विशन दास शर्मा ने बताया की चैत्र नवरात्रे शुरू होने पर शहर में धारा 144 लगने के बाद भी मंदिर की परंपरा को बरकरार रखा गया है. झंडा रस्म अदा करेके मां की विधिवत पूजा अर्चना की गईं

मंदिर आयुक्त एवं SDM अंकुश शर्मा ने बताया की मंदिर को पूरी तरह से सेनेटाइज किया गया है. नवरात्रो में मंदिर के मुख्य पुजारी की ओर से मां की पूजा-अर्चना मंदिर की जाएगी और पहले की तरह प्रशाद भी लगेगा. उन्होने बताया की श्रद्धालु ऑनलाइन MSB भक्ति चैनल के माध्यम से मां की पवित्र ज्योतियों व सांय आरती के दर्शन कर सकते है.

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