शिमला: हिमाचल सरकार अब तीन दिन धर्मशाला में रहेगी. धर्मशाला में 4 दिसंबर से होने जा रहे शीतकालीन विधानसभा सत्र के लिए अधिकारी और कर्मचारी भी रवाना हो गए हैं. मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, सचिव, विभागाध्यक्ष और अन्य अधिकारी व कर्मचारी सत्र की समाप्ति तक धर्मशाला में ही रहेंगे. धर्मशाला के तपोवन में 4 से 6 दिसंबर तक विधानसभा का शीतकालीन सत्र होगा. इसके लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पहले ही चले गए थे. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी बीते दिन रवाना हो गए थे. (Winter session of Himachal Vidhansabha)
धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में हुई रैली के लिए कांग्रेस के विधायक भी बीते दिन ही रवाना हो गए. कल से होने जा रहे विधानसभा सत्र के लिए भाजपा विधायक भी रवाना हो गए हैं. राज्य सचिवालय के अधिकारी और कर्मचारी भी शीतकालीन सत्र के लिए शिमला से धर्मशाला गए हैं. मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, विभागाध्यक्ष, अन्य अधिकारी व कर्मचारी सत्र की समाप्ति तक धर्मशाला में ही रहेंगे. बताया जा रहा है कि सत्र से जुड़े अधिकारी व कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द की गई हैं. शिमला स्थित राज्य सचिवालय में चहल पहल खत्म हो गई है. (Himachal Vidhansabha Winter session in Dharamshala)
विधानसभा सत्र के बाद होंगे कई अहम फैसले: धर्मशाला में होने जा रहे शीतकालीन सत्र से लौटने के बाद राज्य सरकार कई अहम फैसले कर सकती है. इनमें कर्मचारियों को दी जाने वाली ओल्ड पेंशन प्रमुख है. विधानसभा सत्र के बाद अगर कैबिनेट का गठन होता है तो इसकी पहली बैठक में ओपीएस पर मुहर लग सकती है. इसके अलावा सरकार कुछ अन्य घोषणाएं भी कर सकती हैं. हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र होने के बाद विधायक प्राथमिकता की बैठकें होंगीं, इसके लिए वित्त एवं योजना विभाग की ओर से सभी औपचारिकताएं की जा रही हैं. इन बैठकों में नवनिर्वाचित विधायक अपने-अपने क्षेत्रों की प्राथमिकताओं को देंगे ताकि उनके लिए बजट में प्रावधान किया जा सके.
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