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प्रदेश के पांच जिलों में 2.30 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई का काम पूरा, इतना था लक्ष्य

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Published : Dec 15, 2020, 9:21 PM IST

प्रदेश द्वारा पांच जिलों में 2.34 लाख हेक्टेयर में रवी सीजन के दौरान गेहूं बिजाई का टारगेट रखा गया है. इन पांच जिलों में 2.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की खेती की गई थी और 4.10 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था. जबकि इस वर्ष विभाग ने 2.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं खेती का टारगेट फिक्स किया है और विभाग को उम्मीद है कि इस वर्ष उत्पादन 4.62 लाख मीट्रिक टन के लगभग रहेगा.

wheat sowing in dharamshala
पांच जिलों में 2.30 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई का काम पूरा

धर्मशाला: कृषि विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा पांच जिलों में 2.34 लाख हेक्टेयर में रवी सीजन के दौरान गेहूं बिजाई का टारगेट रखा गया है. वहीं इन पांच जिलों में से अब मात्र कांगड़ा और चंबा में 5 फीसदी एरिया में ही बिजाई का कार्य शेष बचा है. इन पांच जिलों में कांगड़ा, चंबा, ऊना, हमीरपुर, मंडी शामिल हैं.

पिछले वर्ष इन पांच जिलों में 2.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की खेती की गई थी और 4.10 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था. जबकि इस वर्ष विभाग ने 2.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं खेती का टारगेट फिक्स किया है और विभाग को उम्मीद है कि इस वर्ष उत्पादन 4.62 लाख मीट्रिक टन के लगभग रहेगा. ऊना, हमीरपुर, मंडी जिला में गेहूं की बिजाई का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि कांगड़ा व चंबा जिलों के 5 फीसदी एरिया में गेहूं की बिजाई का कार्य शेष है. उक्त पांच जिलों में 2.30 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई की जा चुकी है.

वीडियो रिपोर्ट.

इन जिलों में 5 फीसदी एरिया में गेहूं की बिजाई शेष

अतिरिक्त कृषि निदेशक डॉ. डीआर राजू ने बताया कि वर्तमान में लोग समय पर बीजाई की जाने वाली गेहूं की वैराइटी ही लगाते हैं, जिसका समय 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक का होता है. 15 सितंबर से अरली वैराइटी की बिजाई शुरू हो जाती है, लेकिन वर्तमान में अरली वैराइटी लगाना लोगों ने बंद कर दिया है. पिछले माह 14-15 नवंबर और 24 नवंबर को बारिश होने के चलते अधिकतर किसानों ने गेहूं की बिजाई कर दी है, मात्र कांगड़ा और चंबा में ही 5 फीसदी एरिया में गेहूं की बिजाई शेष बची है.

पिछले साल 2.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई

अतिरिक्त कृषि निदेशक डीआर राजू ने कहा कि प्रदेश के पांच जिलों में पिछले साल 2.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई गई थी और 4 लाख 10 हजार मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था. इस वर्ष 2.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं बिजाई का टारगेट तय किया गया है, जिससे कि 4 लाख 62 हजार मीट्रिक टन उत्पादन की उम्मीद है. बाकी जिलों में गेहूं की बिजाई का कार्य पूरा हो चुका है, अब जिला कांगड़ा और चंबा में 5 फीसदी एरिया ही शेष है, जहां गेहूं की बिजाई की जानी बाकी है, जबकि 2 लाख 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई का कार्य पूरा कर लिया गया है.

ये भी पढ़ें: तीन साल भ्रष्टाचार भरा रहा जयराम सरकार का कार्यकाल, कर्ज से हो रही अय्याशी : राठौर

धर्मशाला: कृषि विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा पांच जिलों में 2.34 लाख हेक्टेयर में रवी सीजन के दौरान गेहूं बिजाई का टारगेट रखा गया है. वहीं इन पांच जिलों में से अब मात्र कांगड़ा और चंबा में 5 फीसदी एरिया में ही बिजाई का कार्य शेष बचा है. इन पांच जिलों में कांगड़ा, चंबा, ऊना, हमीरपुर, मंडी शामिल हैं.

पिछले वर्ष इन पांच जिलों में 2.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की खेती की गई थी और 4.10 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था. जबकि इस वर्ष विभाग ने 2.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं खेती का टारगेट फिक्स किया है और विभाग को उम्मीद है कि इस वर्ष उत्पादन 4.62 लाख मीट्रिक टन के लगभग रहेगा. ऊना, हमीरपुर, मंडी जिला में गेहूं की बिजाई का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि कांगड़ा व चंबा जिलों के 5 फीसदी एरिया में गेहूं की बिजाई का कार्य शेष है. उक्त पांच जिलों में 2.30 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई की जा चुकी है.

वीडियो रिपोर्ट.

इन जिलों में 5 फीसदी एरिया में गेहूं की बिजाई शेष

अतिरिक्त कृषि निदेशक डॉ. डीआर राजू ने बताया कि वर्तमान में लोग समय पर बीजाई की जाने वाली गेहूं की वैराइटी ही लगाते हैं, जिसका समय 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक का होता है. 15 सितंबर से अरली वैराइटी की बिजाई शुरू हो जाती है, लेकिन वर्तमान में अरली वैराइटी लगाना लोगों ने बंद कर दिया है. पिछले माह 14-15 नवंबर और 24 नवंबर को बारिश होने के चलते अधिकतर किसानों ने गेहूं की बिजाई कर दी है, मात्र कांगड़ा और चंबा में ही 5 फीसदी एरिया में गेहूं की बिजाई शेष बची है.

पिछले साल 2.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई

अतिरिक्त कृषि निदेशक डीआर राजू ने कहा कि प्रदेश के पांच जिलों में पिछले साल 2.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई गई थी और 4 लाख 10 हजार मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था. इस वर्ष 2.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं बिजाई का टारगेट तय किया गया है, जिससे कि 4 लाख 62 हजार मीट्रिक टन उत्पादन की उम्मीद है. बाकी जिलों में गेहूं की बिजाई का कार्य पूरा हो चुका है, अब जिला कांगड़ा और चंबा में 5 फीसदी एरिया ही शेष है, जहां गेहूं की बिजाई की जानी बाकी है, जबकि 2 लाख 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई का कार्य पूरा कर लिया गया है.

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