धर्मशाला : तपोवन में स्थित विधानसभा के गेट पर खालिस्तानी झंडे मिलने के बाद (Khalistani flags found at himachal assembly gate) सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार धर्मशाला पहुंचे. विपिन परमार ने विधानसभा परिसर का दौरा किया और अधिकारियों को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कांगड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. खुशहाल शर्मा तथा उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल के साथ इस मामले पर चर्विचा की और आरोपियों की जल्द पहचान कर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
विधानसभा अध्यक्ष विपन परमार ने कहा (vipin parmar on Khalistani flags) कि रात के अंधेरे में इस तरह की कायरतापूर्ण हरकत हुई है, जिसका मकसद सिर्फ और सिर्फ सनसनी फैलाना है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर समाज के सामने बेनकाब किया जाएगा. राज्यभर में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. विपिन परमार ने लोगों से अपील की है कि इस तरह की हरकत करने वालों से जुड़ी किसी भी सूचना मिलते ही पुलिस को दें. क्योंकि ऐसे तत्वों का मकसद देवों की भूमि और शांत प्रदेश हिमाचल का सौहार्द और भाईचारा बिगाड़ने का है.
विधानसभा परिसर की सुरक्षा को लेकर विपिन परमार ने कहा कि परिसर की सुरक्षा पुख्ता करने के आदेश दिए गए हैं साथ ही सीसीटीवी समेत तमाम तरह के बंदोबस्त करने के भी आदेश दिए जा चुके हैं. विधानसभा परिसर ही नहीं पूरे शहर और प्रदेश में चौकसी बढ़ा दी गई है. गौरतलब है कि विधानसभा के बाहर खालिस्तान के झंडे मिलने के बाद डीजीपी की तरफ से हाई अलर्ट जारी किया गया है और राज्य की सीमाओं से लेकर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बांध, सरकारी व गैर सरकारी इमारतों की सुरक्षा चांक चौबंद करने के आदेश दिए हैं.
विधानसभा अध्यक्ष ने सिख्स फॉर जस्टिस (Sikhs for justice) के गुरपतवंत सिंह (SFJ Gurpatwant Singh) पर भी निशाना साधा है. दरअसल गुरपतवंत सिंह ने ही इसकी जिम्मेदारी ली है, विपिन परमार ने कहा कि वो शख्स हजारों किलोमीटर दूर अमेरिका में बैठा हुआ है और वीडियो जारी करके चेतावनी देता रहता है. वो सिर्फ एक कायर है, जिसकी चेतावनियों का हिमाचल की जनता पर कोई असर नहीं पड़ेगा. वो ऐसे बयान देकर हीरो बनने की कोशिश कर रहा है लेकिन समाज में उसकी कोई स्वीकार्यता नहीं है.
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