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भारत-चीन तनाव: धर्मशाला में निर्वासित तिब्बतियों का चीन के खिलाफ प्रदर्शन

भारत-चीन के बीच बीते दिनों हुई हिंसक झड़प पर तिब्बती समुदाय से जुड़े संगठनों ने चीन सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कई देशों से चीन का बहिष्कार करने की अपील की.

Tibetan organizations protest in Dharamshala
धर्मशाला में तिब्बती संगठनों काविरोध प्रदर्शन
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Published : Jun 19, 2020, 9:53 AM IST

Updated : Jun 19, 2020, 9:58 AM IST

धर्मशाला: भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर बीते दिनों हुई हिंसक झड़प पर देशभर में विभिन्न राजनीतिक दल और संगठन चीन के खिलाफ जमकर विरोध कर रहे हैं. तिब्बती समुदाय के कुछ संगठनों ने गुरुवार को संयुक्त बयान जारी किया.

तिब्बती समुदाय से जुड़े संगठनों ने भारत सहित विश्व के अन्य देशों से चीन की विस्तार वादी नीतियों पर लगाम कसने और अन्य देशों की सीमा पर चीन की तरफ से किए जा रहे आक्रमण को रोकने की अपील की है.

वीडियो रिपोर्ट.

तिब्बती यूथ कांग्रेस, डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ तिब्बत, तिब्बत वूमेन ऑर्गेनाइजेशन सहित अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने चीन द्वारा किए गए हमले में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि चीन पर भरोसा करके भारत को हमेशा धोखा मिला है. भारत ने तिब्बत के संघर्ष की अनदेखी और चीन से दोस्ती करने की कोशिश करके गलती की है.

इन संगठनों ने विश्व समुदाय से चीन के अत्याचार के शिकार देशों का समर्थन करने, चीनी उत्पादों के बहिष्कार के आंदोलन में शामिल होने और भारत के इलाके में चीनी आक्रमण की निंदा करने का आग्रह किया है.

बता दें कि हिमाचल के धर्मशाला में चीन की इस हरकत का भारी विरोध देखने को मिल रहा है. बीते दिनों मैक्लोडगंज स्थित निर्वासित तिब्बत सरकार के मुख्यालय के पास तिब्बतियों ने चीन के खिलाफ विरोध जताया. तिब्बती यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने मैक्लोडगंज में चीन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था.

तिब्बती यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने हाथ में बैनर लेकर तिब्बतियों, भारतीयों और पूरी दुनिया के लोगों को चीन में बने उत्पादों का बहिष्कार करने का आग्रह भी किया था.

ये भी पढ़ें: ठियोग और कुमारसेन में BJP की वर्चुअल रैली, अनुराग ठाकुर ने किया संबोधित

धर्मशाला: भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर बीते दिनों हुई हिंसक झड़प पर देशभर में विभिन्न राजनीतिक दल और संगठन चीन के खिलाफ जमकर विरोध कर रहे हैं. तिब्बती समुदाय के कुछ संगठनों ने गुरुवार को संयुक्त बयान जारी किया.

तिब्बती समुदाय से जुड़े संगठनों ने भारत सहित विश्व के अन्य देशों से चीन की विस्तार वादी नीतियों पर लगाम कसने और अन्य देशों की सीमा पर चीन की तरफ से किए जा रहे आक्रमण को रोकने की अपील की है.

वीडियो रिपोर्ट.

तिब्बती यूथ कांग्रेस, डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ तिब्बत, तिब्बत वूमेन ऑर्गेनाइजेशन सहित अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने चीन द्वारा किए गए हमले में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि चीन पर भरोसा करके भारत को हमेशा धोखा मिला है. भारत ने तिब्बत के संघर्ष की अनदेखी और चीन से दोस्ती करने की कोशिश करके गलती की है.

इन संगठनों ने विश्व समुदाय से चीन के अत्याचार के शिकार देशों का समर्थन करने, चीनी उत्पादों के बहिष्कार के आंदोलन में शामिल होने और भारत के इलाके में चीनी आक्रमण की निंदा करने का आग्रह किया है.

बता दें कि हिमाचल के धर्मशाला में चीन की इस हरकत का भारी विरोध देखने को मिल रहा है. बीते दिनों मैक्लोडगंज स्थित निर्वासित तिब्बत सरकार के मुख्यालय के पास तिब्बतियों ने चीन के खिलाफ विरोध जताया. तिब्बती यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने मैक्लोडगंज में चीन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था.

तिब्बती यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने हाथ में बैनर लेकर तिब्बतियों, भारतीयों और पूरी दुनिया के लोगों को चीन में बने उत्पादों का बहिष्कार करने का आग्रह भी किया था.

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Last Updated : Jun 19, 2020, 9:58 AM IST
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