ETV Bharat / state

स्वाति डोगरा ने HAS एग्जाम में हासिल किया दूसरा स्थान, बोलीं- संयम और कड़ी मेहनत सफलता की कुंजी - has exam

HAS एग्दजाम 2017 का रिजल्ट घोषित. स्वाति डोगरा ने प्रदेशभर में हासिल किया दूसरा स्थान.

स्वाति डोगरा
author img

By

Published : Mar 18, 2019, 11:41 PM IST

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा 2017 का परीक्षा परिणाम सोमवार को घोषित किया गया. कांगड़ा के शाहपुर की रहने वाली स्वाति डोगरा ने इस परीक्षा में प्रदेशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है.

स्वाति डोगरा ने चौथे प्रयास में एचएएस की परीक्षा पास की है. स्वाति के पिता स्वर्गीय वेणुगोपाल डोगरा भी खुद एचएफएस अधिकारी थे. वहीं, माता रिता डोगरा एक गृहणी हैं. स्वाति ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा धर्मशाला के डीएवी स्कूल से की है. वहीं, इंटरमीडिएट धर्मशाला के गर्ल स्कूल से की है.

swati dogra

बीएससी की पढ़ाई उन्होंने धर्मशाला कॉलेज से की है, जिसके बाद उन्होंने एमएससी की पढ़ाई पंजाब विवि से बॉटनी में की. स्वाति ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से बीएड और एमएड कर 2012 में जेआरएफ की परीक्षा भी पास की.
ईटीवी से बातचीत के दौरान स्वाति ने कहा कि इस परीक्षा के लिए उन्होंने काफी मेहनत की थी और जब परिणम आया है तो वे काफी खुशी हैं. उन्होंने कहा कि चौथे प्रयास में उन्हें सफलता हासिल हुई है. स्वाति को प्रशासनिक सेवाओं में जाने की प्रेरणा उनके पिता से मिली थी.

स्वाति ने बताया कि उन्होंने बिना कोचिंग लिए सेल्फ स्टडी से एचएएस की परीक्षा को पास किया है. उन्होंने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपनी माता और भाई को दिया है. स्वाति डोगरा शिक्षा और जलवायु विभाग में कार्य करना चाहती हैं.
प्रतियोगी परीक्षायों की तैयारी कर रहे है अभ्यर्थियों को स्वाति डोगरा ने संदेश दिया है कि संयम, धैर्य और कड़ी मेहनत सफलता की कुंजी है. उन्होंने कहा कि अगर शुरुआती प्रयासों में सफलता नहीं मिले तो घबराएं नहीं बल्कि अपनी कमियों पर काम करें, जिससे सफलता जरूर मिलेगा.

वहीं, स्वाति डोगरा की माता रीता डोगरा भी अपनी बेटी की इस सफलता से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की मेहनत रंग लाई है. स्वाति ने प्रदेश के स्कूली बच्चों को संदेश देते हुए कहा कि जो बच्चे प्रशासनिक सेवाओं में जाना चाहते हैं वो अभी से ही मन लगाकर पढ़ाई करें, जिससे उनका लक्ष्य आसान बन जाएगा.

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा 2017 का परीक्षा परिणाम सोमवार को घोषित किया गया. कांगड़ा के शाहपुर की रहने वाली स्वाति डोगरा ने इस परीक्षा में प्रदेशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है.

स्वाति डोगरा ने चौथे प्रयास में एचएएस की परीक्षा पास की है. स्वाति के पिता स्वर्गीय वेणुगोपाल डोगरा भी खुद एचएफएस अधिकारी थे. वहीं, माता रिता डोगरा एक गृहणी हैं. स्वाति ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा धर्मशाला के डीएवी स्कूल से की है. वहीं, इंटरमीडिएट धर्मशाला के गर्ल स्कूल से की है.

swati dogra

बीएससी की पढ़ाई उन्होंने धर्मशाला कॉलेज से की है, जिसके बाद उन्होंने एमएससी की पढ़ाई पंजाब विवि से बॉटनी में की. स्वाति ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से बीएड और एमएड कर 2012 में जेआरएफ की परीक्षा भी पास की.
ईटीवी से बातचीत के दौरान स्वाति ने कहा कि इस परीक्षा के लिए उन्होंने काफी मेहनत की थी और जब परिणम आया है तो वे काफी खुशी हैं. उन्होंने कहा कि चौथे प्रयास में उन्हें सफलता हासिल हुई है. स्वाति को प्रशासनिक सेवाओं में जाने की प्रेरणा उनके पिता से मिली थी.

स्वाति ने बताया कि उन्होंने बिना कोचिंग लिए सेल्फ स्टडी से एचएएस की परीक्षा को पास किया है. उन्होंने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपनी माता और भाई को दिया है. स्वाति डोगरा शिक्षा और जलवायु विभाग में कार्य करना चाहती हैं.
प्रतियोगी परीक्षायों की तैयारी कर रहे है अभ्यर्थियों को स्वाति डोगरा ने संदेश दिया है कि संयम, धैर्य और कड़ी मेहनत सफलता की कुंजी है. उन्होंने कहा कि अगर शुरुआती प्रयासों में सफलता नहीं मिले तो घबराएं नहीं बल्कि अपनी कमियों पर काम करें, जिससे सफलता जरूर मिलेगा.

वहीं, स्वाति डोगरा की माता रीता डोगरा भी अपनी बेटी की इस सफलता से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की मेहनत रंग लाई है. स्वाति ने प्रदेश के स्कूली बच्चों को संदेश देते हुए कहा कि जो बच्चे प्रशासनिक सेवाओं में जाना चाहते हैं वो अभी से ही मन लगाकर पढ़ाई करें, जिससे उनका लक्ष्य आसान बन जाएगा.

Intro:एक्सक्लुसिव।

धर्मशाला- हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा 2017 का परीक्षा परिणाम आज घोषित किया गया। वहीं इस परीक्षा में जिला कांगड़ा की शाहपुर की रहने वाली स्वाति डोगरा ने दूसरा स्थान हासिल किया है। स्वाति के पिता का नाम स्वर्गीय वेणुगोपाल डोगरा जो स्वयं एच एफएस अधिकारी थे। वही स्वाति की माता रिता डोगरा एक ग्रहणी है। स्वाति ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा धर्मशाला के डीएवी स्कूल से ली है। वही 11वीं और 12वीं तक कि कन्या विद्यालय से उतीर्ण की हुई है। वही बीएससी की पढ़ाई उन्होंने धर्मशाला महाविद्यालय से की है वही एमएससी पंजाब विश्विद्यालय से बॉटनी में कई हुई है। स्वाति ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से बीएड और एम एड भी किया हुआ है। वही 2012 में उन्होंने जेआरएफ और नेट की परीक्षा भी पास की हुई है।


Body:ईटीवी से बातचीत के दौरान स्वाति ने कहा कि इस परीक्षा के लिए उन्होंने काफी मेहनत की थी और जब परिणम आया है तो काफी खुशी हो रही हैं । वही उन्होंने कहा कि 4 प्रयास में उन्हें सफलता प्रपात हुई हैं । वही उन्होंने कहा की पिता स्वयं प्रदेश में प्रशानिक सेवाये दे रहे थे यो उनसे ही मुझे प्रेरणा मिली थी। स्वाति ने कहा कि उन्होंने इस परीक्षा के लिए कोई कोचिंग नही ली ब्लिक सेल्फ स्टडी से ही उन्हें सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि मेरी सफलता का पूरा श्रेय मेरी माता और मेरे भाई को जाता है जो हर मुकाम पर मेरे साथ खड़े रहे।
प्रसाशनिक सेवा में जाने के लिए उन्होंने कहा कि मुझे जानकरी थी और इससे हम लोगो की सेवाये कर सकते है और जब किसी की सेवा की जाती है तो एक सन्तुष्टि हासिल होती है। वही उन्होंने कहा कि शिक्षा और जलवायु विभगो में दिलचस्पी है लेकिन किसी भी विभाग में कार्यरत होने के लिए तैयार हूं।
महिलाओं और लड़कियों के लिए उन्होंने कहा कि मेरे प्रयास रेहेगें की शिक्षा सबसे पहले मिले जिस के लिए जागरूक करूंगी। महिलाओं की बढ़ती नशे की भागीदारी को लेकर उन्होंने कहा कि प्रयास रहैगा की उन्होंने कहा कि नशे को लेकर जगरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बचो को जागरूक करना जरूरी है । उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग की मदद भी ली जाएगी।


Conclusion:वही जो भी छात्र प्रतियोगी परीक्षायों की तैयारी कर रहे है उनको लेकर उन्होंने कहा कि सयंम , धैर्य ओर परिश्रम से सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा की प्रयासों में जब असफ़लता मिलती हैं तब घबराए नही ब्लिक उनसे सीखे ओर आगे बढे। वही उन्होंने अपनी परीक्षा में इंटरव्यू को लेकर कहा कि काफी अच्छा दौर था और परीक्षा के अनुसार ही सवाल पूछे गए थे ओर वो जो समय होता है उसका भी पता नही चला है। उन्होंने कहा कि महिला सशकितकरण को लेकर उनसे सवाल पूछे गए थे।
वही स्वाति की माता रीता डोगरा ने कहा की खुसी है कि उनकी बेटी की जो सफलता है वो रंग लाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बचे महेनत करे और सफलता हासिल करें।

वही स्वाति ने प्रदेश के बचो को संदेश दिया है कि जो स्कूल का दौर है उसमें ध्यान जो है वह सही तरीके से लागये। उन्होंने कहा कि स्कूल का जो दौर होता है उसे सही इस्तेमाल करे ताकि सही समय और लक्ष्य को हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि अपने लक्ष्य को स्कूली शिक्षा के समय ही निर्धारित कर ले ताकि सफलता हासिल हो सके।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.