धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा 2017 का परीक्षा परिणाम सोमवार को घोषित किया गया. कांगड़ा के शाहपुर की रहने वाली स्वाति डोगरा ने इस परीक्षा में प्रदेशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है.
स्वाति डोगरा ने चौथे प्रयास में एचएएस की परीक्षा पास की है. स्वाति के पिता स्वर्गीय वेणुगोपाल डोगरा भी खुद एचएफएस अधिकारी थे. वहीं, माता रिता डोगरा एक गृहणी हैं. स्वाति ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा धर्मशाला के डीएवी स्कूल से की है. वहीं, इंटरमीडिएट धर्मशाला के गर्ल स्कूल से की है.
बीएससी की पढ़ाई उन्होंने धर्मशाला कॉलेज से की है, जिसके बाद उन्होंने एमएससी की पढ़ाई पंजाब विवि से बॉटनी में की. स्वाति ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से बीएड और एमएड कर 2012 में जेआरएफ की परीक्षा भी पास की.
ईटीवी से बातचीत के दौरान स्वाति ने कहा कि इस परीक्षा के लिए उन्होंने काफी मेहनत की थी और जब परिणम आया है तो वे काफी खुशी हैं. उन्होंने कहा कि चौथे प्रयास में उन्हें सफलता हासिल हुई है. स्वाति को प्रशासनिक सेवाओं में जाने की प्रेरणा उनके पिता से मिली थी.
स्वाति ने बताया कि उन्होंने बिना कोचिंग लिए सेल्फ स्टडी से एचएएस की परीक्षा को पास किया है. उन्होंने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपनी माता और भाई को दिया है. स्वाति डोगरा शिक्षा और जलवायु विभाग में कार्य करना चाहती हैं.
प्रतियोगी परीक्षायों की तैयारी कर रहे है अभ्यर्थियों को स्वाति डोगरा ने संदेश दिया है कि संयम, धैर्य और कड़ी मेहनत सफलता की कुंजी है. उन्होंने कहा कि अगर शुरुआती प्रयासों में सफलता नहीं मिले तो घबराएं नहीं बल्कि अपनी कमियों पर काम करें, जिससे सफलता जरूर मिलेगा.
वहीं, स्वाति डोगरा की माता रीता डोगरा भी अपनी बेटी की इस सफलता से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की मेहनत रंग लाई है. स्वाति ने प्रदेश के स्कूली बच्चों को संदेश देते हुए कहा कि जो बच्चे प्रशासनिक सेवाओं में जाना चाहते हैं वो अभी से ही मन लगाकर पढ़ाई करें, जिससे उनका लक्ष्य आसान बन जाएगा.