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Sullah Assembly Seat: सुलह सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय, यहां हर बार बदलते हैं विधायक - Sullah Voting Percentage 2022

12 नवंबर को हुई वोटिंग में सुलह विधानसभा सीट पर 70.69 फीसदी मतदान हुआ है. यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है. भाजपा ने विपिन सिंह परमार को चुनावी दंगल में उतारा है और कांग्रेस ने जगदीश सिपहिया पर भरोसा जताया है. (Vipin Singh Parmar vs Jagdish Chand Sapehia) (Sullah Assembly seat)

Sullah Assembly Seat
सुलह सीट पर मुकाबला दिलचस्प
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Published : Nov 26, 2022, 3:36 PM IST

सुलह/कांगड़ा: हिमाचल के सभी 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर के लिए मतदान हो चुका है. सुलह विधानसभा सीट से चुनावी दंगल में भाजपा और कांग्रेस के अलावा इस बार आम आदमी पार्टी भी पूरे दमखम के साथ उतरी हुई है. सुलह विधानसभा सीट से भाजपा ने विपिन सिंह परमार को टिकट दिया है तो वहीं, कांग्रेस ने जगदीश सिपहिया को उम्मीदवार बनाया है. सुलह विधानसभा सीट पर 2022 में 70.69 प्रतिशत मतदान हुआ है. वहीं, 2017 में 70.90 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. इस सीट पर मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में है. (Vipin Singh Parmar vs Jagdish Chand Sapehia) (Sullah Assembly seat)

कौन है भाजपा प्रत्याशी विपिन सिंह परमार- विपिन सिंह परमार 59 वर्ष के हैं. चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार विपिन सिंह परमार ने बीए और एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की है. चुनाव आयोग को सौंपे गए शपथ पत्र में विपिन सिंह परमार ने अपनी कुल संपत्ति 5.4 करोड़ रुपए घोषित की है, इसमें Rs 2.8 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और Rs 2.6 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति शामिल है. विपिन सिंह परमार पर आपराधिक मामलों की बात करें तो उनके ऊपर कोई भी आपराधिक मामले दर्ज नहीं है.

कौन है कांग्रेस प्रत्याशी जगदीश सिपहिया- जगदीश चंद सिपहिया 67 वर्ष के हैं. चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार जगदीश चंद सपेहिया ने 1990 में बीए की शिक्षा ग्रहण की है. जगदीश चंद सपेहिया के पास कुल संपत्ति 1.8 करोड़ रुपए घोषित की है, इसमें Rs 59.9 लाख रुपए की चल संपत्ति और Rs 1.2 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति शामिल है. जगदीश चंद सपेहिया पर तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं. (Himachal Election 2022 Voting) (Sullah Voting Percentage 2022)

सुलह विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने बदला है उम्मीदवार: सुलह विधानसभा सीट पर इस बार कांटे की टक्कर है. बीजेपी ने जहां एक बार फिर विपिन सिंह परमार को टिकट दिया है तो वहीं कांग्रेस ने जगदीश सिपहिया को उम्मीदवार बनाया है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार सुलह विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी की एंट्री हुई है. आम आदमी पार्टी ने इस सीट से रविंदर सिंह को टिकट दिया है. ऐसे में मुकाबला त्रिकोणीय होने की उम्मीद है. (Vipin Singh Parmar vs Jagdish Chand Sapehia) (Voting in Sullah)

9 उम्मीदवार चुनावी जंग में, 70.69 % रहा मतदान- सुलह विधानसभा सीट से जिले में सबसे अधिक 9 उम्मीदवार चुनावी जंग में उतरे हैं. इनमें से कांगेस से जगदीश चंद सपहिया, भाजपा से विपिन सिंह परमार, आम आदमी पार्टी से रविंदर सिंह, बसपा से सुरेश कुमार चुनावी जांग में उतरे हैं. जबकि जगजीवन पाल, चंदर भान, डॉ. स्वरूप सिंह राणा, सुमन कुमार और रेखा रानी निर्दलीय उम्मीदवार उम्मीदवार शामिल हैं.

कभी भी 1 प्रत्‍याशी ने लगातार दो बार जीत नहीं की दर्ज- साल 2017 में भाजपा के कब्‍जे वाली सुलह व‍िधानसभा सीट (Sullah Assembly Seat) पर 1972 से लेकर 2017 तक के कुल 11 चुनावों की बात करें तो यहां पर कभी भी क‍िसी एक पार्टी के प्रत्‍याशी ने लगातार दो बार जीत दर्ज नहीं की है. हालांक‍ि शुरूआत के दो चुनावों 1972 और 1977 में क्रमश: बीजेएस और जेएनपी के प्रत्‍याश‍ियों ने व‍िजय पताका फहराया है. इसके बाद के सभी चुनावों में भाजपा और कांग्रेस ने बारी-बारी से सीट पर जीत दर्ज की है. (Congress and BJP candidate in Sullah)

वर्तमान में विपिन सिंह परमार यहां से विधायक हैं. एक ओर भाजपा एस सीट पर दोबारा जीत की उम्मीद लगाए बैठी है, वहीं दूसरी ओर इस सीट का यह इतिहास रहा है कि यहां से हमेशा विधायक बदलते रहे हैं. सुलह वही विधानसभा सीट है, जहां से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार दो बार जीते थे. कांगड़ा जिले में सुलह विधानसभा सीट को हमेशा से VIP सीट माना जाता रहा है.

पिछली बार यहां से जीते भाजपा के विपिन परमार को विधानसभा अध्यक्ष के सम्मानजनक पद से नवाजा गया था. इस सीट पर राजपूत मतदाताओं की संख्या अधिक है. इसके बाद ओबीसी मतदाता हैं और फिर अनूसूचित जाति व जनजाति के मतदाताओं की संख्या है. (Vipin Singh Parmar vs Jagdish Chand Sapehia)

सुलह सीट का इतिहास- सुलह व‍िधानसभा सीट पर 2017 का चुनाव भाजपा के व‍िप‍िन स‍िंह परमार ने कांग्रेस के जगजीवन पाल को 10,291 वोटों के बड़े अंतराल से मात देकर जीता था. अब भाजपा ने जहां एक बार फ‍िर व‍िप‍िन स‍िंह परमार पर भरोसा जता कर चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने नए चेहरे के रूप में प्रत‍िभा स‍िंह वीरभद्र स‍िंह गुट के करीबी माने जाने वाले पूर्व बैंक मैनेजर जगदीश सिपहिया को चुनावी दंगल में उतारा है.

वहीं आम आदमी पार्टी ने भी इस सीट से रव‍िन्‍द्र स‍िंह रव‍ि को मौका दि‍या है. तीनों के बीच इस सीट पर कड़ा मुकाबला होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है. 2012 के चुनाव की बात करें तो कांग्रेस के जगजीवन पाल ने बीजेपी के विपिन सिंह परमार को 4428 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी. वहीं इससे पहले के चुनावों में कांग्रेस भाजपा के ही प्रत्‍याश‍ियों ने बारी-बारी से सीट जीती थी.

साल 2007 में भाजपा के विपिन सिंह परमार, 2003 में कांग्रेस के जगजीवन पॉल, भाजपा 1998 विपिन सिंह परमार, 1993 में कांग्रेस के मनचंद राणा, 1990 में भाजपा के शांता कुमार, 1985 में कांग्रेस के मनचंद, 1982 में भाजपा के शांता कुमार ने यह सीट जीती हैं. इससे पहले शांता कुमार ने 1977 का चुनाव जेएनपी के ट‍िकट पर लड़ा था और भाकपा के विधि चंद को हराकर जीत दर्ज की थी

ये भी पढ़ें: Jogindernagar Assembly Seat: भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला, निर्दलीय बिगाड़ सकते हैं समीकरण

सुलह/कांगड़ा: हिमाचल के सभी 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर के लिए मतदान हो चुका है. सुलह विधानसभा सीट से चुनावी दंगल में भाजपा और कांग्रेस के अलावा इस बार आम आदमी पार्टी भी पूरे दमखम के साथ उतरी हुई है. सुलह विधानसभा सीट से भाजपा ने विपिन सिंह परमार को टिकट दिया है तो वहीं, कांग्रेस ने जगदीश सिपहिया को उम्मीदवार बनाया है. सुलह विधानसभा सीट पर 2022 में 70.69 प्रतिशत मतदान हुआ है. वहीं, 2017 में 70.90 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. इस सीट पर मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में है. (Vipin Singh Parmar vs Jagdish Chand Sapehia) (Sullah Assembly seat)

कौन है भाजपा प्रत्याशी विपिन सिंह परमार- विपिन सिंह परमार 59 वर्ष के हैं. चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार विपिन सिंह परमार ने बीए और एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की है. चुनाव आयोग को सौंपे गए शपथ पत्र में विपिन सिंह परमार ने अपनी कुल संपत्ति 5.4 करोड़ रुपए घोषित की है, इसमें Rs 2.8 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और Rs 2.6 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति शामिल है. विपिन सिंह परमार पर आपराधिक मामलों की बात करें तो उनके ऊपर कोई भी आपराधिक मामले दर्ज नहीं है.

कौन है कांग्रेस प्रत्याशी जगदीश सिपहिया- जगदीश चंद सिपहिया 67 वर्ष के हैं. चुनाव आयोग में दाखिल शपथ पत्र के अनुसार जगदीश चंद सपेहिया ने 1990 में बीए की शिक्षा ग्रहण की है. जगदीश चंद सपेहिया के पास कुल संपत्ति 1.8 करोड़ रुपए घोषित की है, इसमें Rs 59.9 लाख रुपए की चल संपत्ति और Rs 1.2 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति शामिल है. जगदीश चंद सपेहिया पर तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं. (Himachal Election 2022 Voting) (Sullah Voting Percentage 2022)

सुलह विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने बदला है उम्मीदवार: सुलह विधानसभा सीट पर इस बार कांटे की टक्कर है. बीजेपी ने जहां एक बार फिर विपिन सिंह परमार को टिकट दिया है तो वहीं कांग्रेस ने जगदीश सिपहिया को उम्मीदवार बनाया है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार सुलह विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी की एंट्री हुई है. आम आदमी पार्टी ने इस सीट से रविंदर सिंह को टिकट दिया है. ऐसे में मुकाबला त्रिकोणीय होने की उम्मीद है. (Vipin Singh Parmar vs Jagdish Chand Sapehia) (Voting in Sullah)

9 उम्मीदवार चुनावी जंग में, 70.69 % रहा मतदान- सुलह विधानसभा सीट से जिले में सबसे अधिक 9 उम्मीदवार चुनावी जंग में उतरे हैं. इनमें से कांगेस से जगदीश चंद सपहिया, भाजपा से विपिन सिंह परमार, आम आदमी पार्टी से रविंदर सिंह, बसपा से सुरेश कुमार चुनावी जांग में उतरे हैं. जबकि जगजीवन पाल, चंदर भान, डॉ. स्वरूप सिंह राणा, सुमन कुमार और रेखा रानी निर्दलीय उम्मीदवार उम्मीदवार शामिल हैं.

कभी भी 1 प्रत्‍याशी ने लगातार दो बार जीत नहीं की दर्ज- साल 2017 में भाजपा के कब्‍जे वाली सुलह व‍िधानसभा सीट (Sullah Assembly Seat) पर 1972 से लेकर 2017 तक के कुल 11 चुनावों की बात करें तो यहां पर कभी भी क‍िसी एक पार्टी के प्रत्‍याशी ने लगातार दो बार जीत दर्ज नहीं की है. हालांक‍ि शुरूआत के दो चुनावों 1972 और 1977 में क्रमश: बीजेएस और जेएनपी के प्रत्‍याश‍ियों ने व‍िजय पताका फहराया है. इसके बाद के सभी चुनावों में भाजपा और कांग्रेस ने बारी-बारी से सीट पर जीत दर्ज की है. (Congress and BJP candidate in Sullah)

वर्तमान में विपिन सिंह परमार यहां से विधायक हैं. एक ओर भाजपा एस सीट पर दोबारा जीत की उम्मीद लगाए बैठी है, वहीं दूसरी ओर इस सीट का यह इतिहास रहा है कि यहां से हमेशा विधायक बदलते रहे हैं. सुलह वही विधानसभा सीट है, जहां से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार दो बार जीते थे. कांगड़ा जिले में सुलह विधानसभा सीट को हमेशा से VIP सीट माना जाता रहा है.

पिछली बार यहां से जीते भाजपा के विपिन परमार को विधानसभा अध्यक्ष के सम्मानजनक पद से नवाजा गया था. इस सीट पर राजपूत मतदाताओं की संख्या अधिक है. इसके बाद ओबीसी मतदाता हैं और फिर अनूसूचित जाति व जनजाति के मतदाताओं की संख्या है. (Vipin Singh Parmar vs Jagdish Chand Sapehia)

सुलह सीट का इतिहास- सुलह व‍िधानसभा सीट पर 2017 का चुनाव भाजपा के व‍िप‍िन स‍िंह परमार ने कांग्रेस के जगजीवन पाल को 10,291 वोटों के बड़े अंतराल से मात देकर जीता था. अब भाजपा ने जहां एक बार फ‍िर व‍िप‍िन स‍िंह परमार पर भरोसा जता कर चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने नए चेहरे के रूप में प्रत‍िभा स‍िंह वीरभद्र स‍िंह गुट के करीबी माने जाने वाले पूर्व बैंक मैनेजर जगदीश सिपहिया को चुनावी दंगल में उतारा है.

वहीं आम आदमी पार्टी ने भी इस सीट से रव‍िन्‍द्र स‍िंह रव‍ि को मौका दि‍या है. तीनों के बीच इस सीट पर कड़ा मुकाबला होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है. 2012 के चुनाव की बात करें तो कांग्रेस के जगजीवन पाल ने बीजेपी के विपिन सिंह परमार को 4428 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी. वहीं इससे पहले के चुनावों में कांग्रेस भाजपा के ही प्रत्‍याश‍ियों ने बारी-बारी से सीट जीती थी.

साल 2007 में भाजपा के विपिन सिंह परमार, 2003 में कांग्रेस के जगजीवन पॉल, भाजपा 1998 विपिन सिंह परमार, 1993 में कांग्रेस के मनचंद राणा, 1990 में भाजपा के शांता कुमार, 1985 में कांग्रेस के मनचंद, 1982 में भाजपा के शांता कुमार ने यह सीट जीती हैं. इससे पहले शांता कुमार ने 1977 का चुनाव जेएनपी के ट‍िकट पर लड़ा था और भाकपा के विधि चंद को हराकर जीत दर्ज की थी

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