पालमपुर: करगिल युद्ध के बाद शहीद होने के बाद मरणोपरांत मेजर सुधीर वालिया को अशोक चक्र दिया गया था. अब उनकी पुण्यतिथि पर 29 अगस्त को प्रतिमा स्थापित करने के लिए नींव रखी जाएगी. इसके लिए शहीद मेजर सुधीर वालिया के परिजनों काफी समय से मांग कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक करगिल युद्ध के बाद कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए मेजर सुधीर वालिया 29 अगस्त 1999 को शहीद हो गए थे. उनको मरणोपरांत शांतिकाल के सर्वोच्च सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था.
बनूरी के रहने वाले थे शहीद वालिया
मेजर सुधीर वालिया मूल रूप से पालमपुर उपमंडल के गांव बनूरी के रहने वाले थे. उनके परिजन बेटे की याद में प्रतिमा स्थापित करने को लेकर प्रयासरत थे. इसको लेकर युवाओं ने पूर्व में हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया, अब प्रशासन ने प्रतिमा स्थापित किए जाने को लेकर औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं. मेजर सुधीर वालिया की पुण्यतिथि पर प्रतिमा स्थापित करने को लेकर कार्य आरंभ होगा और दो महीने में पूरा हो जाएगा.
मेडल लौटाने की बात कही थी
बता दें कि 7 अगस्त 2019 को मेजर वालिया के पिता सूबेदार रुलिया राम के साथ परिवार के अन्य सदस्यों ने अपने वीर पुत्र को मिले सारे मैडल एसडीएम के मेज पर रख दिए थे. शहादत के दो दशक बाद भी बेटे की प्रतिमा स्थापित न किए जाने को लेकर भावुक हुए परिजनों ने मेडल लौटाने की बात कही थी. इसके बाद ही इस संबंध में प्रशासनिक स्तर पर पत्राचार का सिलसिला शुरू हुआ और मुख्यमंत्री की जानकारी में बात आने के बाद इसे लेकर प्रयास शुरू किए गए.
शहीद के पिता रुलिया राम और शहीद मेजर सुधीर वालिया की बहन आशा देवी ने बताया कि 21 वर्षों से प्रतिमा स्थापित किए जाने को लेकर प्रयास कर रहे थे, अब जाकर शहीद मेजर सुधीर वालिया प्रतिमा स्थापित की जाएगी. जिसके लिए सरकार और प्रशासन का आभार मानते हैं.