पालमपुर: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने एक चीनी नागरिक के नाम बदलकर लंबे समय से भारत में रहने और महामहिम दलाई लामा की जासूसी करने के समाचार पर गहरी चिंता जताई है.
इस बात पर दुख और हैरानी प्रकट करत हुए कहा कि देश की राजधानी में इस प्रकार का संदिग्ध चीनी जासूस पिछले छह सालों से हजारों करोड़ रुपये की मनिलाड्रिंग करता रहा है. यह समाचार भारत सरकार और हिमाचल सरकार के लिए बहुत अधिक चिंताजनक है.
शांता कुमार ने कहा कि यह इसलिए और भी ज्यादा चिंताजनक है, क्योंकि कोरोना संकट के बाद चीन विश्वभर में बदनाम होकर अकेला पड़ गया. इस निराश-हताश सीमा पर संकट के साथ चीन कुछ भी कर सकता है.
शांता कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि वह दिल्ली में विशेष रूप से भारत सरकार के अधिकारियों को मिलकर इस विषय पर शीघ्र जांच की मांग करें. साथ ही धर्मशाला में प्रदेश अधिकारियों से विचार विमर्श करके धर्मशाला में महामहिम दलाई लामा की सुरक्षा व्यवस्था पर पुर्नविचार करने के बाद कड़े कदम उठाने की व्यवस्था करें.
शांता कुमार ने कहा कि महामहिम दलाई लामा केवल तिब्बत सरकार के ही मुख्य नहीं हैं, वह इस समय पूरे विश्व में सबसे अधिक सम्मानित आध्यात्मिक नेता हैं. उन्हें विश्व का सबसे बड़ा सम्मान नोबेल पुरस्कार मिल चुका है.
इतना ही नहीं विश्व के लगभग दर्जनों देशों ने उन्हें अपने देश के सबसे बड़े सम्मानों से सम्मानित किया है. वह इस समय पूरे विश्व में एक शान्ति दूत के रूप में समझे जाते हैं. उनकी अहिंसा और शान्ति की सीमा यहां तक है कि जहां चीन ने उनके देश को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं रखी. फिर भी आज तक उन्होंने चीन के खिलाफ भी कोई कड़वा शब्द प्रयोग नहीं किया.
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