शाहपुर: हिमाचल में सभी 68 विधानसभा सीटों पर सुबह 8 बजे से मतदान जारी है. कांगड़ा जिले में 15 विधानसभा सीट है. इनमें से कई सीटों पर इस बार कांटे की टक्कर है. इन सीटों में शाहपुर विधानसभा सीट भी शामिल है. शाहपुर सीट पर एक बार फिर से दिलचस्प मुकाबला होने वाला है. (shahpur assembly seat) (Sarween Chaudhary VS Kewal Singh Pathania ) (himachal assembly election 2022)
शाहपुर विधानसभा सीट: शाहपुर विधानसभा सीट पर इस बार कुल 7 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इस सीट पर कांग्रेस से केवल सिंह पठानिया, भाजपा से सरवीण चौधरी, बसपा से बनारसी दास डोगरा, आम आदमी पार्टी से अभिषेक, हिंदू समाज पार्टी से आशीष शर्मा चुनावी मैदान में हैं. वहीं, इस सीट पर रमेश कुमार और जोगिंदर सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. (BJP and congress candidate in shahpur)
साल 2017 में जीत का अंतर: वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में तीन निर्दलीय उम्मीदवारों सहित भाजपा की उम्मीदवार सरवीण चौधरी व कांग्रेस से केवल सिंह पठानिया ने चुनाव लड़ा था. इसमें भाजपा की उमीदवार सरवीण चौधरी को 23,104 वोट पड़े थे, कांग्रेस के उम्मीदवार केवल सिंह पठानिया को 16,333 वोट पड़े थे वही निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे मेजर विजय सिंह मनकोटिया को 16,957 वोट पड़े थे इसी के साथ अन्य दो निर्दलीय उम्मीदवार रमेश कुमार को 1,111 व देश राज चौधरी को 1,108 वोट पड़े थे इन चुनावों में भाजपा की उम्मीदवार सरवीण चौधरी ने 6,147 के मार्जिन से जीत दर्ज की थी. सरवीण चौधरी इस विधानसभा सीट से 6 बार चुनाव लड़ चुकी हैं और 4 बार जीत का चौका लगा चुकी हैं. (Sarween Chaudhary VS Kewal Singh Pathania)
इस विधानसभा सीट में ज्यादातर भाजपा के उम्मीदवार ने ही अपनी जीत दर्ज की है क्योंकि मेजर विजय सिंह मनकोटिया व कांग्रेस के सिपाही केवल सिंह पठानिया की लड़ाई का फायदा अक्सर सरवीण चौधरी को मिलता रहा है. वहीं, मेजर विजय सिंह मनकोटिया भी निर्दलीय के रूप में इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं तो वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में केवल सिंह पठानिया को कांग्रेस ने टिकट दिया था लेकिन कांग्रेस पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा था. ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस हाईकमान हारे हुए उम्मीदवार को टिकट थमाती है या कांग्रेस के स्टेट सेक्रेटरी जितेंद्र सिंह गुलेरिया के पाले में टिकट डालती हैं. (congress candidate in shahpur)
शाहपुर विधानसभा सीट पर जातीय समीकरण: वहीं, शाहपुर विधानसभा सीट हमेशा से ही ओबीसी बाहुल्य रही है. इस सीट पर किस पार्टी का उम्मीदवार जीतेगा, इसका फैसला ओबीसी बाहुल्य द्वारा ही किया जाता है. हालांकि इस सीट पर राजपूत भी हैं, लेकिन हमेशा ओबीसी का ही दबदबा रहा है. (Shahpur Assembly seat)
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