धर्मशाला/कांगड़ा: हर साल सड़क दुर्घटनाओं में कई लोगों की मौत होती है और कई घायल होते हैं. ऐसे में सड़क पर वाहन चालकों सहित राहगीरों की सुरक्षा को लेकर जिला कांगड़ा पुलिस विशेष मुहिम चल रही है. आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो साल 2022 में जिला कांगड़ा में दोपहिया वाहनों की कई दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 74 लोगों की मौत हो गई, जबकि 314 के करीब घायल हुए. यातायात नियमों की अनुपालना करते हुए सभी सुरक्षित राइडिंग करें, इसलिए पुलिस ने 'सुरक्षित हूं मैं', अभियान शुरू किया है. हालांकि अभियान में पहले दोपहिया वाहनों में डबल हेल्मेट पर जोर दिया गया. वहीं, अभियान के दूसरे चरण में चौपहिया वाहनों में सीट बेल्ट पर फोकस किया जा रहा है. अभियान के तहत यदि कोई बार-बार ट्रैफिक नियम तोड़ते हुए पाया गया तो भारी भरकम जुर्माना भी भरना पड़ सकता है. यही वजह है कि पुलिस व्यापक स्तर पर लोगों को जागरूक करने में जुटी हुई है.
नियम तोड़ने पर वाहन किए जब्त: सुरक्षित हूं मैं, अभियान के पहले चरण में दोपहिया वाहन चालकों को जागरूक करने के दौरान कई ऐसे चालक थे, जो कि बार-बार नियम तोड़ रहे थे, ऐसे में पुलिस ने कई दोपहिया वाहनों को जब्त किया है. यही नहीं कई युवा तो बिना लाइसेंस के दोपहिया वाहन दौड़ाते हुए पकड़े गए और एक बार नहीं, बल्कि तीन बार पकड़े गए, ऐसे चालकों के वाहनों को जब्त भी किया गया.
बिना लाइसेंस बाइकें दौड़ा रहे युवा: धर्मशाला के कॉलेज रोड की बात करें तो आए दिन इस मार्ग से युवा तेज रफ्तार वाहन दौड़ाते हुए स्टंट करते हुए देखे जा सकते हैं. ऐसे में पुलिस द्वारा इस मार्ग पर विशेष नजर रखी जा रही है. इस मार्ग पर भी पुलिस ने ट्रैफिक नियमों की अवहेलना पर 3 बाइकों को जब्त किया है. ऐसे भी युवा थे, जिनके पास लाइसेंस भी नहीं थे. ऐसे चालकों पर पुलिस द्वारा भारी जुर्माना लगाने की तैयारी की जा रही है.
एएसपी जिला कांगड़ा हितेश लखनपाल ने कहा कि पिछले साल जिले में दोपहिया वाहनों की सड़क दुर्घटनाओं में 74 लोगों की मौत हुई, जबकि 314 घायल हुए. 'सुरक्षित हूं मैं', अभियान के तहत अब सीट बेल्ट पर फोकस किया जा रहा है. जो चालक बार-बार नियमों की अवहेलना करते हुए पाए जा रहे हैं, उनके वाहनों को जब्त किया गया है. कॉलेज रोड पर भी ट्रैफिक नियमों की अवहेलना पर 2 बाइक जब्त की गई हैं, इनमें से कई युवा ऐसे हैं, जिनके लाइसेंस भी नहीं थे, ऐसे मामलों में भारी जुर्माना लगाया जाएगा.
ये भी पढ़ें- भोरंज के गांव तोहू के वाशिदें आजादी के 75 साल बाद भी सड़क सुविधा से वंचित, लोगों ने मांगा समाधान