ज्वालामुखी: गरीबी और तंगहाली से बेहाल ज्वालामुखी उपमंडल की गुम्मर पंचायत के कुलदीप और उसके परिवार के चेहरे से चिंता की लकीरें धीरे-धीरे मिटने लगी हैं. बच्चों की पढ़ाई के लिए गाय बेचकर स्मार्ट फोन लेने से देश भर में चर्चा का मुख्य केंद्र रहे कुलदीप के लिए रिलायंस इंबाइब ने प्रदेश शिक्षा विभाग के माध्यम से टैब भेजकर इस गरीब परिवार के चेहरे पर रौनक ला दी है.
मंगलवार को जैसे ही रिलायंस द्वारा भेजा गया पार्सल कुलदीप के घर पहुंचा तो डिब्बा खोलते ही चौथी और दूसरी क्लास में पढ़ने वाले अनु और बंश के चेहरे खिल उठे. खुशी इतनी थी कि बच्चे दौड़ते हुए पास के ही मुंहबोले भाई सचिन कौशल के पास पहुंचे और कहा देखो कितना बड़ा मोबाइल हमें किसी ने डाक से भेजा है.
वहीं, कुलदीप ने कहा कि मुझ जैसे गरीब के लिए जिन जिन लोगों ने चिंता और सहायता की है, उन्हें मैं जीते जी कभी नहीं भुला सकता. कुलदीप के घर के लिए तहसील वेलफेयर विभाग ने अब कसरत तेज कर दी है.
घर के अभाव में पशुशाला के बरामदे में टाट लगाकर रहने को मजबूर कुलदीप के स्थायी घर को जल्द बनाने के लिए तहसील कल्याण अधिकारी आदर्श शर्मा ने खुद कुलदीप के घर पहुंचकर फॉर्म भरवाया और बाकी बचे दस्तावेज ज्वालामुखी कार्यालय में जमा करवाने को कहा है. अधिकारी आदर्श शर्मा की मानें तो विभाग दस्तावेज पूरे होते ही घर के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजेगा. उम्मीद है कुलदीप की दयनीय हालत को देखते हुए जल्द ही अनुमति मिलेगी.
गाय बेचकर बच्चों के लिए खरीदा था स्मार्ट फोन
गाय बेचकर बच्चों के लिए स्मार्ट फोन खरीदने वाले कुलदीप कुमार की खबर को ईटीवी भारत ने 20 जुलाई को प्रमुखता से प्रकाशित किया था.इसके बाद ये मामला सरकार के संज्ञान में आया था. इसके बाद कई सियासत दान और प्रशासनिक अधिकारियों ने कुलदीप की सुध ली थी. कुलदीप के बच्चों को स्कूल प्रबंधन ने मुफ्त पढ़ाने की घोषणा की थी. वहीं, अब रिलायंस इंबाइब के अधिकारियों ने बच्चों को टैब भेजकर उन्होंने नन्हे चेहरों पर मुस्कुराहट बिखेरी है.
उम्मीद है इस गरीब परिवार के बच्चे इससे खुश होंगे. हम रिलायंस इंबाइब की ओर से बच्चों के सुखद भविष्य की कामना करते हैं. कंपनी प्रदेश के अन्य जरूरतमंद परिवारों के बच्चों के लिए भी इस तरह की सहायता के लिए कदम बढ़ाएगी ताकि अभाव में नौनिहालों का भविष्य बर्बाद ना हो. रिलायंस इंबाइब ने कुलदीप के बच्चों को टैब देने के लिए शिक्षा विभाग से सम्पर्क किया था.
वहीं, रिलायंस इंबाइब के वरिष्ठ निदेशक देवेंद्र गौड़ ने कहा कि विभाग के माध्यम से रिलायंस इंबाइब द्वारा उपहार दिया गया टैब पार्सल भेज दिया गया है. कुलदीप के बच्चे जहां पढ़ाई कर रहे हैं वहीं पढ़ाई करते रहें. हमने स्कूल प्रबंधन को बच्चों की पढ़ाई और अन्य जरूरतों के विषय पर विस्तार से बात की है. स्कूल प्रबंधन ने हर सम्भव सहायता की बात स्वीकारी है.
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