कांगड़ाः शहीद तिलक राज युवा क्लब के सदस्यों ने शुक्रवार को पुलवामा हमले में शहीद हुए सभी जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए पठानकोट मंडी नेशनल हाईवे पर रैली निकाली. इस रैली में शहीद तिलक राज का 4 वर्षीय बड़ा बेटा विहान और उनके बड़े भाई बलदेव भी शामिल रहे. युवाओं ने इस दौरान भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे भी लगाए.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को एक साल पूरा हो गया है. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे. हमले में हिमाचल के कांगड़ा जिला के जवान तिलक राज भी शहीद हो गए थे.
शहीद तिलक राज युवा क्लब ने लोगों से आह्वान किया कि 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे को तौर पर नहीं बल्कि शहीदी दिवस की तरह मनाना चाहिए, क्योंकि इस दिन देश के 40 जवानों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी.
शहीद तिलक राज युवा मंडल के सचिव पवन कुमार ने बताया कि 14 फरवरी को देश ने अपने 40 जांबाज सैनिक खोए थे. उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे ना मनाकर इसे शहीदी दिवस के तौर पर मनाया जाना चाहिए. देश के शहीद जवानों के लिए इससे सच्ची श्रद्धांजलि और कोई नहीं हो सकती.
वहीं, सह सचिव ने कहा कि सरकार ने शहीद परिवार के साथ किए गए वादे अभी तक पूरे नहीं किए हैं. स्कूल का रास्ता, शहीद के नाम से गांव में लगने वाला गेट और शहीद की प्रतिमा अभी तक नहीं लगाई गई है. इसके साथ ही गांव में बनने वाला मैदान भी अभी तक नहीं बनाया गया है, जिस कारण युवाओं में रोष है.
शहीद तिलक राज युवा मंडल ने सरकार से मांग की है कि जल्द ही शहीद के नाम पर की गई घोषणाओं को पूरा किया जाए. युवाओं का कहना था कि तिलक राज एक बेहतरीन खिलाड़ी भी थे. शहीद होने से पहले उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर गांव में एक मैदान बनाने की अपील विधायक से की थी. लिहाजा विधायक जल्द इस पर अमल करें और गांव में एक मैदान बनाएं जिसका नाम शहीद तिलक राज के नाम पर रखा जाए.