कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश में 24 जून को मानसून ने दस्तक दी है, लेकिन शुरुआती मानसून सीजन में ही आसमान से बरसी आफत ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है. भारी बारिश से जहां नदी नाले उफान पर है. वहीं, प्रदेश में सौ से भी ज्यादा सड़क मार्ग बंद है. अब तक 19 लोगों की जान चुकी है. आलम यह है कि प्रशासन के दावों के बावजूद कई शहरों में सड़कों ने नदी का रूप ले लिया है. यकीन न आए तो जरा कांगड़ा शहर का हाल देख लीजिए. जिसे देखकर शायद आप भी धोखा खा जाएंगे कि ये सड़क है या कोई नदी.
बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त: कांगड़ा में हुई मानसून की पहली बारिश ने शहर को अस्त व्यस्त कर दिया है. सड़कों पर जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है. आलम यह है कि सड़क पर पानी भरने से ये तालाब बन गई है. जिसकी वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दुकानों के भीतर बरसात का पानी घुसने से व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है. जिससे लोगों ने प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है.
सड़क बनी तालाब, लोगों ने उतारी नाव: कांगड़ा में हुई मूसलधार बारिश से शहर में जलभराव की समस्या देखी जा रही है. जिसकी वजह से सड़कें झील और तालाब में तब्दील नजर आ रही है. वहीं, कांगड़ा में बारिश के बाद उत्पन्न हुआ हालात का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है. आप भी इन वीडियो और तस्वीरों को देखकर हैरान रह जाएंगे की ये कांगड़ा की सड़क है या तालाब. इतना ही नहीं, जहां सड़कों पर गाड़ियां पानी में डूबी नजर आ रही है. वहीं, इस सड़क पर बने तालाब में लोगों ने नाव उतार कर अपना आक्रोश जाहिर किया.
प्रशासन के दावों की खुली पोल: मानसून के शुरुआती सीजन ने ही कांगड़ा की सड़कों पर जल सैलाब ला दिया है. जरा इन तस्वीरों में देखिए किस तरह रोड पर चारों ओर पानी ही पानी दिख रहा है. यहां खड़ी गाड़ियां पानी में डूबी है. वहीं, मानसून की तैयारी को लेकर प्रशासन के दावों ने जनता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. ऐसे में आक्रोशित जनता प्रशासन को आइना दिखाने के लिए सड़क पर नाव लेकर उतर गए हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन तस्वीरों और वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. वहीं, एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि कांगड़ा बना पहला सड़क जल परिवहन जिला. इसके अलावा भी कई यूजर्स सोशल मीडिया पर प्रशासन की चुटकी लेते नजर आए.
दुकान में पानी घुसने से व्यापारी में रोष: कांगड़ा के डाडासीबा बाजार में दुकानदारों ने सड़क पर बह रही नदी में नाव चलाकर लोक निर्माण विभाग के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया. दुकानदारों ने कहा डाडासीबा में सीजन में पहली बार हुई मूसलाधार बारिश ने लोक निर्माण विभाग के दावों की पोल खोलकर रख दी है. कांगड़ा के बाजारों में दुकानों के अंदर पानी घुस गया. सड़कों ने अचानक से तालाब का रूप ले लिया. वहीं, दुकानों में जलभराव होने से अंदर रखा सारा सामान खराब हो गया. जिससे दुकानदारों में आक्रोश देखा जा रहा है.
लोक निर्माण विभाग के खिलाफ आक्रोश: लोक निर्माण विभाग और प्रशासन के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए दुकानदारों ने सड़क पर बनी तालाब में अपनी नाव उतार दी. इस दौरान दुकानदारों ने विभाग से जल्द से जल्द जलभराव की समस्या से निजात दिलाने की मांग की. उन्होंने लोनिवि पर आरोप लगाया कि मानसून से पहले इस समस्या का हल निकालने के लिए कई बार कहा गया, लेकिन विभाग ने वक्त रहते कोई कार्रवाई नहीं की.
बरसाती पानी निकासी की समस्या: बता दें कि डाडासीबा-तलवाड़ा रोड किनारे बहुत सी दुकाने हैं, जहां पानी की सही से निकासी न होने की वजह से सड़क पर जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है. जिसकी वजह से दुकानदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. जबकि लोक निर्माण विभाग यहां से महज 20 मीटर दूरी पर मौजूद है. लोगों ने लोक निर्माण विभाग से इस जलभराव का कोई स्थायी हल निकालने की मांग की.
पानी निकासी की स्थायी व्यवस्था की मांग: दुकानदारों ने कहा कई बार लोक निर्माण विभाग को इस बारे में बताया गया, लेकिन आज तक कुछ भी काम नहीं हुआ. सड़क पर जलजमाव की समस्या ज्यों का त्यों बनी हुई है. दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने विभाग से जल्द से जल्द पानी की निकासी के लिए उचिव और स्थायी व्यवस्था करने की मांग की. ताकि इस मुसीबत का पक्का हल निकाला जा सके.
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