कांगड़ा/जवाली: उपमंडल जवाली के अधीन हरसर पंचायत में गरीब परिवार पिछले चार सालों से आईआरडीपी की सुविधा लेने के लिए भटक रहा है, लेकिन पंचायत की ओर से गरीब परिवार को आश्वासनों का लॉलीपॉप देकर ठगा जा रहा है.
हरसर पंचायत के वार्ड नं0-7 हवाल निवासी प्रताप चन्द काफी गरीब हैं, जिसकी पत्नी का दो साल पहले देहांत हो चुका है. साथ ही पत्नी के देहांत के बाद अब प्रताप चन्द बच्चों की देखरेख करें या फिर दिहाड़ी लगाए. प्रताप चन्द का मकान भी काफी जर्जर हो चुका है, जोकि बरसात में कभी भी गिर सकता है.
प्रताप चन्द ने बताया कि मौजूदा पंचायत प्रधान ने उन्हें तीन साल पहले कहा था कि आईआरडीपी में डाल दिया गया है, इसके बाद भी जब सर्वे करने वाली टीम आई तो भी प्रधान ने टीम को बताया कि प्रताप चन्द को आईआरडीपी में डाल दिया गया है, लेकिन प्रधान ने आईआरडीपी में डालने की बजाए सस्ते राशन में डाल दिया.
इसके अलावा अब आवास योजना के तहत मकानों की नई लिस्ट आई तो उसमें भी प्रताप चन्द का नाम लिस्ट में नहीं आया. प्रताप चन्द ने कहा कि प्रधान की ओर से जानबूझकर उसे आईआरडीपी में नहीं डाला जा रहा है.
गरीब प्रताप चन्द ने जवाली के विधायक अर्जुन सिंह से मांग उठाई है कि मेरे घर आकर मकान व मेरी हालत को देखते हुए मुझे आईआरडीपी में शामिल करने के निर्देश प्रधान को दिए जाएं, ताकि मेरे परिवार को इसका लाभ मिल सके.
वहीं, पंचायत प्रधान देश राज ने कहा कि आईआरडीपी में किसको डालना है और किसको काटना है, यह आम जनता ही तय करती है. उन्होंने कहा कि उक्त व्यक्ति आम इजलास में आता ही नहीं है.
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