धर्मशालाः नगरोटा बगवां अस्पताल में एक 60 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव महिला को सामान्य वार्ड में भर्ती कर उसका उपचार करने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार उक्त महिला को आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला में इलाज के लिए भर्ती किया गया था जहां पर उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी. आरोप है कि इसके बाद नगरोटा बगवां के विधायक के पीए की जान-पहचान की इस महिला को नगरोटा अस्पताल में भर्ती किया गया था. नगरोटा के विधायक अरुण कूका ने इस बारे में कहा कि उक्त महिला का ऑक्सीजन लेवल काफी कम था जिसे देखते हुए महिला को इस अस्पताल में भर्ती किया गया था.
वहीं, विधायक अरुण कूका ने कहा कि इस अस्पताल में 10 बेड कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज के लिए लगाए गए हैं, लेकिन जिला कांगड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज की सरकार की ओर से कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है.
मरीज को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के बाद किया भर्तीः एसएमओ
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मरीज की आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला में 15 मई को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. महिला के परिजनों के अनुसार मरीज को आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला से 19 मई को डिस्चार्ज करवाया और नगरोटा अस्पताल ले आए. जहां पर उसका उपचार किया गया. सूत्रों के अनुसार उपचार के दौरान मरीज को कोरोना इलाज की दवाइयां दी गई थी. अस्पताल के एसएमओ हरिराज ने कहा कि हमारे पास मरीज की निगेटिव रिपोर्ट थी, इसलिए उसे भर्ती किया. मरीज को सांस लेने में तकलीफ थी और शुगर ज्यादा थी.
विधायक की सफाई
विधायक अरुण कूका ने बताया कि क्षेत्र के अन्य अस्पतालों में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए बेड खाली नहीं थे और उक्त महिला का ऑक्सीजन लेवल भी काफी कम था जिसको देखते हुए महिला को नगरोटा बगवां अस्पताल में भर्ती किया गया था, ताकि महिला की जान को बचाया जा सके. उन्होंने माना कि कुछ समय के लिए उक्त महिला को नगरोटा बगवां अस्पताल में इलाज के लिए रखा गया था, लेकिन महिला को तुरंत निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवा दिया गया था.
मामले की जांच शुरू
सीएमओ गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में आया है मामले की जांच शुरू कर दी है. नगरोटा बगवां अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज की सरकार ने कोई अधिसूचना जारी नहीं की है.
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