पालमपुर: जम्मू के राजौरी में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए कांगड़ा जिले के सुलह विधानसभा क्षेत्र के अरविंद कुमार का शव आज शाम करीब 4 बजे के आसपास पालमपुर मिलिट्री स्टेशन पहुंचेगा. शहीद अरविंद कुमार के शव को रविवार यानी 7 मई को उनके पैतक गांव मरहूं (सूरी) अंतिम संस्कार के लिए लाया जाएगा. उसके बाद उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. एसडीएम धीरा सलीम आजम ने बताया कि कल सुबह 7 बजे करीब शहीद अरविंद कुमार का शव उनके गांव लेकर जाया जाएगा. शहीद अरविंद कुमार की पार्थिव देह साढ़े 9 बजे तक घर में अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी. उसके बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
देश सेवा सपना रहा था: शहीद अरविंद कुमार के बडे़ भाई भूपेंद्र कुमार ने बताया कि शहीद अरविंद कुमार की उम्र 33 साल थी. वह 2010 में सेना में भर्ती हुआ था. उसका बचपन से सपना सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना ही था. शहीद अरविंद कुमार की पत्नी और दो बेटियां हैं. भूपेंद्र कुमार ने बताया जनवरी में अरविंद कुमार घर आए थे. उनकी छोटी बेटी का इलाज के लिए. उन्हें वापस आना था बेटी के इलाज और ऑपरेशन के लिए,लेकिन उनके शहीद होने का समाचार मिलने के बाद पूरा परिवार गमगीन है.
मौसम की खराबी के कारण शव लाने में देरी: शहीद अरविंद कुमार के परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक उधमपुर में मौसम खराब होने के कारण शव लाने में देरी हो रही. इस कारण शव को एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका. अब सड़क मार्ग से शहीद अरविंद कुमार के शव को लाया जा रहा है.
सर्जिकल स्ट्राइक मिशन में निभाई अहम भूमिका : शहीद अरविंद कुमार के परिजनों ने बताया कि वह बचपन से बेहद साहसी और प्रतिभाशाली था. साल 2010 में पंजाब रेजिमेंट में भर्ती हुआ था.चंद सालों में ही शहीद अरविंद ने स्पेशल फोर्स में अपनी जगह बना ली थी,इस वक्त वह 9 पैरा कमांडो के तहत अपनी सेवाएं दे रहे थे. शहीद अरविंद कुमार ने जर्मन कम्पटीशन में भी अवॉर्ड हासिल किये थे. वह सर्जिकल स्ट्राइक जैसे मिशन में भी अपनी अहम भूमिका अरविंद निभा चुके हैं. अरविंद के पिता PWD से रिटायर्ड हुए हैं और मानसिक तौर पर अस्वस्थ हैं. शहीद अरविंद कुमार के निधन के बाद उनके गांव सहित आसपास के गावों में गमगीन माहौल है.
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