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कोरोना का कहर! धर्मशाला में बाजारों में पसरा सन्नाटा, कारोबारी परेशान - धर्मशाला में बाजार बंद

कोरोना संकट में अभी धीरे-धीरे लोगों की जिंदगी पटरी पर लौट ही रही थी कि एक बार फिर से देश के साथ-साथ प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर ने शासन के साथ-साथ प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कांगड़ा जिले में लोगों के साथ-साथ छोटे और बड़े कारोबारियों की परेशानी बढ़ गई है.

Dharamshala Market
धर्मशाला में बाजार बंद.
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Published : May 2, 2021, 1:02 PM IST

धर्मशाला: कांगड़ा जिले में कोरोना के बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से दो दिन तक सभी तरह की गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी गई थी. जिले में दिन प्रतिदिन बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को कम किया जा सके प्रदेश में कोरोना संक्रमण से लॉकडाउन तो नहीं लगाया गया है लेकिन हालात लॉकडाउन से कम भी नहीं है लगातार बढ़ते मामलों और प्रशासनिक सख्ती के बाद अब बाजारों में सन्नाटा पसर रहा है जिसे छोटा-मोटा कारोबार कर अपना परिवार चलाने वाला व्यक्ति बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है.

कोरोना संकट में बढ़ी कारोबारियों की परेशानी

दिहाड़ीदार की दिहाड़ी तो लग रही है लेकिन रेहड़ी फड़ी से लेकर अन्य छोटे और बड़े कारोबारी बुरी तरह से परेशान हैं. इतना ही नहीं बैंकों से ऋण लेकर अपना काम धंधा करने वालों को बिना काम के लोन भरना भी किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं दिख रहा है. काम अपना काम धंधा करने वालों के लिए कोरोना संक्रमण फिर से बड़ी मुसीबत बनकर आया है. पिछले साल भी अपना काम धंधा करने वाले लोगों को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा था. इस बार भी हालात बिगड़ने लगे हैं. कोरोना संक्रमण का कहर ऐसे ही जारी रहा तो बड़ा आर्थिक संकट खड़ा हो सकता है.

वीडियो.

कांगड़ा जिले में अबतक 392 लोगों की मौत

कांगड़ा जिले अबतक 18,454 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इसमें से 13,091 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 4,969 एक्टिव केस हैं. कोरोने से जिले में अबतक 392 लोगों की मौत हो चुकी है.

ये भी पढ़ें: जयराम सरकार को सुक्खू की सलाह, मरीजों के लिए जारी किए जाएं हेल्पलाइन नंबर

ये भी पढ़ें: हिमाचल सरकार ने एम्स प्रबंधन से की 54 डाॅक्टरों की डिमांड

धर्मशाला: कांगड़ा जिले में कोरोना के बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से दो दिन तक सभी तरह की गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी गई थी. जिले में दिन प्रतिदिन बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को कम किया जा सके प्रदेश में कोरोना संक्रमण से लॉकडाउन तो नहीं लगाया गया है लेकिन हालात लॉकडाउन से कम भी नहीं है लगातार बढ़ते मामलों और प्रशासनिक सख्ती के बाद अब बाजारों में सन्नाटा पसर रहा है जिसे छोटा-मोटा कारोबार कर अपना परिवार चलाने वाला व्यक्ति बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है.

कोरोना संकट में बढ़ी कारोबारियों की परेशानी

दिहाड़ीदार की दिहाड़ी तो लग रही है लेकिन रेहड़ी फड़ी से लेकर अन्य छोटे और बड़े कारोबारी बुरी तरह से परेशान हैं. इतना ही नहीं बैंकों से ऋण लेकर अपना काम धंधा करने वालों को बिना काम के लोन भरना भी किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं दिख रहा है. काम अपना काम धंधा करने वालों के लिए कोरोना संक्रमण फिर से बड़ी मुसीबत बनकर आया है. पिछले साल भी अपना काम धंधा करने वाले लोगों को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा था. इस बार भी हालात बिगड़ने लगे हैं. कोरोना संक्रमण का कहर ऐसे ही जारी रहा तो बड़ा आर्थिक संकट खड़ा हो सकता है.

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कांगड़ा जिले में अबतक 392 लोगों की मौत

कांगड़ा जिले अबतक 18,454 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इसमें से 13,091 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 4,969 एक्टिव केस हैं. कोरोने से जिले में अबतक 392 लोगों की मौत हो चुकी है.

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