कांगड़ा: एक ओर प्रदेश सरकार शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने की कोशिश कर रही है तो दूसरी ओर आज भी कई ऐसे गांव हैं जो मूलभूत सुविधा से वंचित हैं. जिला कांगड़ा के देहरा विधानसभा के धंगड़ गांव की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. दशकों से सड़क की आस लगाए बैठे इस गांव के लोग अब नेताओं के चुनावी वादों से ऊब गए हैं और अब की बार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का मन बना लिया है.
गांव के लोगों का कहना है कि सरकार विकास के दावे तो कर रही है लेकिन ये सभी दावे इस गांव में फेल होते नजर आ रहे हैं. विकास के नाम पर आज तक इन गांवों से छलावा ही किया गया है. गांव में सड़क को लेकर कई बार राजनेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन किसी ने उनकी कोई बात नहीं सुनी. अब लोगों ने गांव की और जाने वाले रास्ते पर नेताओं के लिए एक बड़ा बैनर चिपका दिया है.
पोस्टर पर लिखा है कि धार धनंगड़ में सड़क नहीं बनी है इसलिए चुनाव का बहिष्कार किया जा रहा है. वोट मांगने के लिए इस गांव में कोई भी राजनेता नहीं आएं अन्यथा उन्हें गांव के प्रवेशद्वार पर ही रोक दिया जाएगा.
गांव की प्रधान मीना देवी का कहना है कि धनंगड़ से गुलेर और धार गांव के लिए दो सड़कें बननी हैं लेकिन इन दोनों सड़कों का कार्य अभी तक नहीं हुआ है. गुलेर से आने वाली सड़क का काम 3 मार्च को शुरू हुआ था लेकिन उसके बाद अभी तक कोई भी काम नहीं किया गया है.
उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल को देहरा से एसडीएम भी आये थे और उन्होंने सड़क का काम शुरू करवाने का आश्वासन दिया था लेकिन आज दिन कोई काम नही हुआ. इस वजह से जनता में रोष है और लोगों ने चक्का जाम करने के साथ चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.