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धर्मशाला की इस जेल में बिताया था 'लायन ऑफ पंजाब' ने अपना समय

लायन ऑफ पंजाब के नाम से मशहूर लाला लाजपत राय को ब्रिटिश हुकूमत ने बड़ा विद्रोह होने के डर से लाहौर जेल से धर्मशाला शिफ्ट किया था. लाला लाजपत राय ने धर्मशाला जेल में कुल 264 दिन बिताए थे और यही वह स्थान था, जहां से उन्होंने आजादी की लड़ाई का बीज बोया था. जानिए पूरी खबर

Lala Lajpat Rai spent time in this jail in Dharamshala
धर्मशाला की इस जेल में बिताया था लायन ऑफ पंजाब ने अपना समय
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Published : Dec 4, 2019, 3:58 PM IST

Updated : Dec 4, 2019, 6:11 PM IST

धर्मशाला: देश को आजाद कराने में कई महान क्रंतिकारियों ने अपनी जिंदगी का हिस्सा जेलों में बिताया. उन्हीं स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे लाला लाजपत राय. जिन्होंने आजादी की लड़ाई के दौरान कई महीने धर्मशाला जेल में व्यतीत किए.

अंग्रेजी हुकूमत में लाला लाजपत राय को 21 अप्रैल 1922 से 9 जनवरी 1923 तक धर्मशाला जेल में रखा गया था. बता दें कि धर्मशाला जेल का नाम लाला लाजपत राय के नाम पर ही रखा हुआ है. लाला लाजपत राय की कुर्सी धर्मशाला जेल के बी ग्रेड के सेल नंबर 2 में आज भी सलामत है. आजादी के बाद इस सेल में किसी भी कैदी को नहीं रखा गया.

वीडियो रिपोर्ट.

लायन ऑफ पंजाब के नाम से मशहूर लाला लाजपत राय को ब्रिटिश हुकूमत ने बड़ा विद्रोह होने के डर से लाहौर जेल से धर्मशाला शिफ्ट किया था. लाला लाजपत राय ने धर्मशाला जेल में कुल 264 दिन बिताए थे और यही वह स्थान था, जहां से उन्होंने आजादी की लड़ाई का बीज बोया था.

जिला कारागार धर्मशाला के डिप्टी पुलिस अधीक्षक विनोद चंबियाल का कहना है कि धर्मशाला जेल तमाम पुलिस कर्मचारियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है. विनोद चंबियाल ने कहा की जो भी कैदी जेल में आता है, वो एक संकल्प लेता है कि जब भी बाहर निकलूं अपने जीवन सहित दूसरे के जीवन में भी सुधार कर सकूं.

ये भी पढ़ें: अब 'तीसरी आंख' की पहरा में होगा कॉलेज कैंपस, सेंसेटिव एरिया में लगाए जाएंगे CCTV कैमरे

धर्मशाला: देश को आजाद कराने में कई महान क्रंतिकारियों ने अपनी जिंदगी का हिस्सा जेलों में बिताया. उन्हीं स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे लाला लाजपत राय. जिन्होंने आजादी की लड़ाई के दौरान कई महीने धर्मशाला जेल में व्यतीत किए.

अंग्रेजी हुकूमत में लाला लाजपत राय को 21 अप्रैल 1922 से 9 जनवरी 1923 तक धर्मशाला जेल में रखा गया था. बता दें कि धर्मशाला जेल का नाम लाला लाजपत राय के नाम पर ही रखा हुआ है. लाला लाजपत राय की कुर्सी धर्मशाला जेल के बी ग्रेड के सेल नंबर 2 में आज भी सलामत है. आजादी के बाद इस सेल में किसी भी कैदी को नहीं रखा गया.

वीडियो रिपोर्ट.

लायन ऑफ पंजाब के नाम से मशहूर लाला लाजपत राय को ब्रिटिश हुकूमत ने बड़ा विद्रोह होने के डर से लाहौर जेल से धर्मशाला शिफ्ट किया था. लाला लाजपत राय ने धर्मशाला जेल में कुल 264 दिन बिताए थे और यही वह स्थान था, जहां से उन्होंने आजादी की लड़ाई का बीज बोया था.

जिला कारागार धर्मशाला के डिप्टी पुलिस अधीक्षक विनोद चंबियाल का कहना है कि धर्मशाला जेल तमाम पुलिस कर्मचारियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है. विनोद चंबियाल ने कहा की जो भी कैदी जेल में आता है, वो एक संकल्प लेता है कि जब भी बाहर निकलूं अपने जीवन सहित दूसरे के जीवन में भी सुधार कर सकूं.

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Intro:

धर्मशाला - देश को आजाद हुए आज कई वर्ष हो गए देश को आजादी दिलाने में कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने  महत्वपूर्ण योगदान दिए और लगभग 200 बर्षो के बाद देश को आजादी मिली है ! वही महान क्रंतिकारी लोगो ने अपनी जिंदगी का एक हिसा जेलों में भी बिताया है।  वही जिला काँगड़ा से भी लाला लाजपत राय का नाता जुड़ा हुआ है ! लाला लाजपत राय ने धर्मशाला जेल में भी समय गुजरा हुआ है ! आज इस जेल का नाम लाला लाजपत रॉय के नाम पर रखा हुआ है।  



वही लाला लाजपत राय ने धर्मशाला में बनी जिला कारागार में भी समय गुजरा हुआ है ! लाला लाजपत राय की कुर्सी धर्मशाला जेल के बी ग्रेड के सेल नंबर 2 में आज भी सलामत है। आजादी के बाद इस सेल में किसी भी कैदी को नहीं रखा गया है ! लाला लाजपत राय के धर्मशाला जेल में 21 अप्रैल 1922 से 9 जनवरी 1923 तक रखा जा चूका है ! 








Body:वही लाला लाजपत राय को ब्रिटिश हुकूमत ने बड़ा विद्रोह होने के डर से लायन ऑफ पंजाब के नाम से जाने गए लाला लाजपत राय को 22 अगस्त, 1922 को लाहौर जेल से धर्मशाला शिफ्ट किया। यहीं पर लाला लाजपत राय ने आजादी की लड़ाई का बीज बोया था ! लाला लाजपत राय में  धर्मशाला जेल में 264 दिन रहे। क्रांतिकारी गतिविधियों में गर्माहट लाने वाले लाला लाजपत राय से डरे ब्रिटिश हुकमत ने  उन्हें अन्य क्रांतिकारियों से दूर रखने के लिए ही लाहौर से धर्मशाला लेकर आए थे। 


Conclusion:वही वर्तमान में धर्मशाला जेल में आज भी लाला लाजपत राय की बैरक नंबर बी में आज भी उनकी यादो को सजोया हुआ है!  लाला लाजपत राय को बैरक बी मिली थी आज भी उस बैरक में उनकी कुर्सी को संभाल के रखा गया है और हर बार उनकी जयंती ओर पुन्य तिथि पर याद किया जाता है और भजन कीर्तन भी किया जाता है । 



वही जिला कारागार के डिप्टी पुलिस अधीक्षक विनोद चंबियाल ने कहा कि यह प्रेणना की बात है की लाला लाजपत राय ने इस जेल में समय बिताया है उन्होंने कहा की आज जो कैदी जेल में आते है यही सोचा जाता है की उनकी आत्मा को सुधारा जा सके और लाला लाजपत राय के जीवन से उन्हें प्रेणना लेने की सिख दी जाती है !

 

Last Updated : Dec 4, 2019, 6:11 PM IST
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