धर्मशाला: देश को आजाद कराने में कई महान क्रंतिकारियों ने अपनी जिंदगी का हिस्सा जेलों में बिताया. उन्हीं स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे लाला लाजपत राय. जिन्होंने आजादी की लड़ाई के दौरान कई महीने धर्मशाला जेल में व्यतीत किए.
अंग्रेजी हुकूमत में लाला लाजपत राय को 21 अप्रैल 1922 से 9 जनवरी 1923 तक धर्मशाला जेल में रखा गया था. बता दें कि धर्मशाला जेल का नाम लाला लाजपत राय के नाम पर ही रखा हुआ है. लाला लाजपत राय की कुर्सी धर्मशाला जेल के बी ग्रेड के सेल नंबर 2 में आज भी सलामत है. आजादी के बाद इस सेल में किसी भी कैदी को नहीं रखा गया.
लायन ऑफ पंजाब के नाम से मशहूर लाला लाजपत राय को ब्रिटिश हुकूमत ने बड़ा विद्रोह होने के डर से लाहौर जेल से धर्मशाला शिफ्ट किया था. लाला लाजपत राय ने धर्मशाला जेल में कुल 264 दिन बिताए थे और यही वह स्थान था, जहां से उन्होंने आजादी की लड़ाई का बीज बोया था.
जिला कारागार धर्मशाला के डिप्टी पुलिस अधीक्षक विनोद चंबियाल का कहना है कि धर्मशाला जेल तमाम पुलिस कर्मचारियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है. विनोद चंबियाल ने कहा की जो भी कैदी जेल में आता है, वो एक संकल्प लेता है कि जब भी बाहर निकलूं अपने जीवन सहित दूसरे के जीवन में भी सुधार कर सकूं.
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