धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन एक तरफ जहां सदन की कार्रवाई सुचारू रूप से चली. वहीं, किन्नौर के विधयाक जगत सिंह नेगी नियम-62 के तहत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लेकर आए.
जगत नेगी ने सदन मे किन्नौर के स्कूलों में केरोसिन की उपलब्धता के बारे में कहा था. इसके अलावा वन विभाग की ओर से जलाने की लकड़ी उपलब्ध करवाई जाती है. इसी को लेकर विधायक ने ध्यानाकर्षण प्रस्तव लाया था.
उन्होंने कहा कि जिला में 2 बार बर्फबारी हो चुकी है, लेकिन अभी तक लकड़ी और केरोसिन नहीं पहुंचाई गई है. उन्होंने कहा कि जिला के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्ंचो ओर अध्यापकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं.
विधायक ने कहा कि इसमें लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय में भी लकड़ी की सप्लाई नही हुई है. उन्होंने वन मंत्री पर आरोप लगाए है मंत्री ने सदन में गोलमोल तरीके से जवाब दिया गया है. उन्होंने कहा कि वन मंत्री ने पुराने आकड़ों की बात की हैं, लेकिन वह वर्तमान सवाल से दूर रहें.
वहीं, जगत सिंह नेगी ने सदन में उठाए गए प्रश्नकाल के सवाल को लेकर कहा कि प्रदेश में कितने लोगों को नोकरी में विस्तार दिया है और इसका बीजेपी खुद विरोध करती आई है. उन्होंने कहा कि आज खुद नोकरी में विस्तार कर रहे है.
वहीं, विधायक ने शीतकालीन सत्र को लेकर कहा कि इस सत्र में कांग्रेस पार्टी ने अपने मुद्दे उठाए हैं. उन्होने कहा कि विपक्ष ने सरकार पर पूरा दबाव बनाकर रखा हैं.