पालमपुर: पूरे देश में आज कारगिल विजय दिवस का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में थुरल क्षेत्र में कार्यक्रम का आयोजन करके कारगिल युद्ध में शहीद हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. इस बीच विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार मुख्य अतिथि के रुप में मौजूद रहे. उन्होंने शहीद वीरों को पुष्प अर्पित किए.
बता दें कि कारगिल विजय दिवस के मौके पर विपिन परमार ने थुरल क्षेत्र के 1965 के युद्ध में शहीद हवलदार जनक सिंह, 1971 युद्ध में शहीद हुए नायक राजिंदर सिंह, 1991 में आतंकवादी हमले में शहीद हुए हवलदार विधि सिंह और 1989 में श्रीलंका शांति मिशन में घायल कर्नल मोहिंदर सिंह के परिजनों को सम्मानित किया. साथ ही उन्होंने बलोह-सालन, स्नहूं और भानून में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया.
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि कारगिल विजय दिवस भारतीय सेना के सम्मान, शहीदों के बलिदान और सैनिकों के शौर्य पर गर्व करने का दिन है. उन्होंने आज के दिन ही साल 1999 में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेरकर जीत का तिरंगा लहराया था.
विपिन सिंह परमार ने कहा कि देश का प्रथम परमवीर चक्र प्रदेश के शूरवीर शहीद मेजर सोमनाथ शर्मा को प्राप्त हुआ था. उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में शहीद हुए कैप्टन विक्रम बत्रा और बिलासपुर के वीर सैनिक संजय कुमार को उनके अदम्य साहस के लिये परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया है. साथ ही कैप्टन सौरव कालिया और मेजर सुधीर वालिया द्वारा भारत माता की रक्षा के लिए दिए गए बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा.
विपिन सिंह परमार ने कहा कि इलाके के तीनों शहीदों के चित्र लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में लगाए जाएंगे, ताकि युवाओं को उनसे प्रेरणा और जानकारी मिल सके. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व के कारण भारत कोरोना सकंट काल में विश्व पटल पर महाशक्ति के रूप में उभर कर सामने आया है.
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