कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में नशे का कारोबार जो पहले बॉर्डर एरिया में ज्यादा था, अब जिले के बीच में भी पहुंच गया है. ऐसे में एजुकेशन, वेलफेयर और एक्साइज डिपार्टमेंट को स्कूलों में कैंप आयोजित करने को कहा गया है और इन कैंपों के माध्यम से नौवीं से बारहवीं तक के स्टूडेंट्स को जागरूक किया जाएगा. यह बात डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय में पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ निकाली गई जागरूकता रैली के उपरांत पत्रकारों से अनौचारिक बातचीत में कही.
डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि नशे की बीमारी से निपटने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा कार्य किया जा रहा है. इसके लिए एक ऐसा मैकेनिज्म तैयार किया गया है, जिसके इन्फोर्समेंट और अवेयरनेस पर जोर दिया जा रहा है. इन्फोर्समेंट के लिए पुलिस अच्छा कार्य कर रही है. जहां से भी नशे के मामलों की शिकायतें मिलती हैं, पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाती है. वहीं, अवेयरनेस भी नशे के खिलाफ जरूरी है. इसके लिए स्कूलों व कॉलेजों में जागरूकता कैंप लगाने के लिए एजुकेशन, वेलफेयर और एक्साइज डिपार्टमेंट को कहा गया है.
उन्होंने कहा कि 18 से 20 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं पर विशेष फोकस किया जाएगा. बता दें कि रैली को नॉर्थ जोन के डीआईजी सुमिता त्रिवेदी ने धर्मशाला के कोतवाली बाजार से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. वहीं, इस रैली में पुलिस जवानों सहित भारी संख्या में स्कूली बच्चे एनसीसी के क्रेडिट और कई स्थानीय लोगों ने भी भाग लिया. यह रैली धर्मशाला फवारा चौक से होते हुए गांधी वाटिका पोस्ट ऑफिस व कचहरी अड्डे से होते हुए धर्मशाला पुलिस मैदान में समाप्त हुई. इसके उपरांत जिला कांगड़ा के उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने सभी को नशा ना करने की शपथ भी दिलवाई.
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