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ज्वालाजी अस्पताल के डॉक्टरों पर बड़ा आरोप, टीबी की मरीज को देते रहे गलत दवाइयां

टीबी से पीड़ित महिला के पति ने ज्वालाजी अस्पताल के डॉक्टरों पर एक महीने तक गुमराह करने का गंभीर आरोप लगाया है. समस्या बताने पर भी नहीं किया महिला के बलगम की जांच, महंगी दवाइंया और अस्पताल में डॉक्टरों के चक्कर लगवाने पर शिकायत की दर्ज. अंत में महिला की ज्यादा तबीयत बिगड़ने के कारण पता चला कि वह टीबी से है पीड़ित.

jwalaji hospital doctors acuused for mistreatment
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Published : Oct 31, 2019, 8:42 AM IST

Updated : Oct 31, 2019, 9:12 AM IST

ज्वालामुखी: ज्वालाजी अस्पताल एक बार फिर अपनी लापरवाही के कारण चर्चा में आ गया है. इस बार अम्बोटु गांव के राजीव ने ज्वालाजी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाएं है. पीड़ित महिला के पति ने आरोप ज्वालाजी अस्पताल के डॉक्टरों पर मंहगी दवाइयां लिखने और खांसी की समस्या बताने के बाद भी 1 महीने तक टेस्ट न करने का आरोप लगाया है.

टीबी से पीड़ित महिला के पति ने अपनी पत्नी के साथ हुए अन्याय को लेकर हेल्थ केयर हेल्पलाइन 104 पर भी इसकी शिकायत कर दी है. साथ ही सी एम हेल्पलाइन नम्बर पर शिकायत और एक शिकायत पत्र मुख्यमंत्री को भी भेजा गया है.इस शिकायत में उन्होंने मरीज को ज्वालाजी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा एक महीने तक गुमराह करने का आरोप जड़ा है. राजीव का कहना है कि अंत मे हुई जांच के बाद पता चला कि उनकी पत्नी रीता टीबी से ग्रस्त हैं, लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के चलते 1 महीने तक इस बीमारी का पता नहीं चला और उसकी जगह डॉक्टर पीड़ित को गलत दवाइयां देते रहे.

वीडियो.

राजीव का आरोप है शुरुआचती जांच के बाद भी उनकी पत्नी ठीक नहीं हुई और उनकी पत्नी को कान के साथ- साथ गले में भी दर्द होना शुरू हो गया. अस्पताल प्रबंधन को आड़े हाथों लेते हुए अपने साथ हुए अन्याय को लेकर सी एम जयराम ठाकुर से उचित कार्रवाई करने की मांग उठाई है, ताकि कोई भी व्यक्ति इस तरह से डॉक्टरों की लापरवाही का शिकार न हो.

वीडियो

बीएमओ ज्वालाजी सतिंदर वर्मा का कहना है कि इस तरह की शिकायत आई है, साथ ही मामले को लेकर डॉक्टरों से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. जल्द ही इसमें ठोस कारवाई अमल में लाई जाएगी, ताकि दोबारा अस्पताल में इस तरह का मामला पेश न आए.

ज्वालामुखी: ज्वालाजी अस्पताल एक बार फिर अपनी लापरवाही के कारण चर्चा में आ गया है. इस बार अम्बोटु गांव के राजीव ने ज्वालाजी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाएं है. पीड़ित महिला के पति ने आरोप ज्वालाजी अस्पताल के डॉक्टरों पर मंहगी दवाइयां लिखने और खांसी की समस्या बताने के बाद भी 1 महीने तक टेस्ट न करने का आरोप लगाया है.

टीबी से पीड़ित महिला के पति ने अपनी पत्नी के साथ हुए अन्याय को लेकर हेल्थ केयर हेल्पलाइन 104 पर भी इसकी शिकायत कर दी है. साथ ही सी एम हेल्पलाइन नम्बर पर शिकायत और एक शिकायत पत्र मुख्यमंत्री को भी भेजा गया है.इस शिकायत में उन्होंने मरीज को ज्वालाजी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा एक महीने तक गुमराह करने का आरोप जड़ा है. राजीव का कहना है कि अंत मे हुई जांच के बाद पता चला कि उनकी पत्नी रीता टीबी से ग्रस्त हैं, लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के चलते 1 महीने तक इस बीमारी का पता नहीं चला और उसकी जगह डॉक्टर पीड़ित को गलत दवाइयां देते रहे.

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राजीव का आरोप है शुरुआचती जांच के बाद भी उनकी पत्नी ठीक नहीं हुई और उनकी पत्नी को कान के साथ- साथ गले में भी दर्द होना शुरू हो गया. अस्पताल प्रबंधन को आड़े हाथों लेते हुए अपने साथ हुए अन्याय को लेकर सी एम जयराम ठाकुर से उचित कार्रवाई करने की मांग उठाई है, ताकि कोई भी व्यक्ति इस तरह से डॉक्टरों की लापरवाही का शिकार न हो.

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बीएमओ ज्वालाजी सतिंदर वर्मा का कहना है कि इस तरह की शिकायत आई है, साथ ही मामले को लेकर डॉक्टरों से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. जल्द ही इसमें ठोस कारवाई अमल में लाई जाएगी, ताकि दोबारा अस्पताल में इस तरह का मामला पेश न आए.

Intro:अम्बोटु के राजीव ने ज्वालाजी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल, अपने साथ हुए अन्याय की 104 पर की शिकायत

एक महीने तक मरीज को गुमराह करने का अस्पताल के डॉक्टरों पर जड़ा आरोप
कहा- मरीज टी वी से था ग्रस्त लेकिन डॉक्टर लिखते रहे और ही दवाइयां
अंत में जब मरीज की ज्यादा तबियत बिगड़ी तब चला बीमारी का पता, टी वी से था ग्रस्तBody:
ज्वालामुखी, 30 अक्टूबर (नितेश): ज्वालाजी अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस बार अम्बोटु गाँव के राजीव ने ज्वालाजी अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाएं है। अपने साथ हुए अन्याय को लेकर उन्होंने हेल्थ केयर हेल्पलाइन 104 पर भी इसकी शिकायत की है, साथ ही सी एम हेल्पलाइन नम्बर पर शिकायत व एक पत्र मुख्यमंत्री को भी उनके द्वारा भेजा गया है। इस शिकायत में उन्होंने मरीज को ज्वालाजी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा एक महीने तक गुमराह करने का आरोप जड़ा है। राजीव का कहना है कि अंत मे हुई जांच के बाद उनकी पत्नी जिनका नाम रीता है वह टी वी से ग्रस्त आई लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों को 1 महीने तक इस बीमारी का पता नही चला और उसकी जगह वह ओर ही दबाइयां उनकी पत्नी को देते रहे।
दरअसल ये मामला बीते एक महीने पहले का है। भड़ोली के साथ लगते अम्बोटु गाँव के वी पी एल परिवार से सबन्ध रखने बाले राजीव का आरोप है कि वह अपनी पत्नी को खांसी व छाती की समस्या के चलते ज्वालाजी अस्पताल में ले गए थे। इस बीच अस्पताल में मौजूद एक डॉक्टर ने उनकी पत्नी का इलाज शुरू किया व कुछेक टैस्ट करवाने को दिए। राजीव का आरोप है कि इसके बाद भी उनकी पत्नी ठीक नही हुई व उन्हें कान व गले में भी दर्द होना शुरू हो गया तो इसके बाद जब वह दोबारा अस्पताल गए तो डॉक्टर को समस्या बताने के बाद उन्हें दूसरे डॉक्टर के पास कान व गले का इलाज करने के लिए भेज दिया गया। राजीव का कहना है कि इसके बाद भी जब पत्नी की हालत में सुधार नही हुआ तो वह दोबारा उसे गम्भीर अस्पताल में 17 अक्टूबर को अस्पताल लेकर आए। इनका कहना है कि इस बीच एक लेडीज डॉक्टर ने उन्हें पत्नी का बलगम टेस्ट करने की सलाह दी। राजीव का कहना है कि इस बीच जब उन्होंने पत्नी का बलगम टेस्ट करबाया तो उसमें टी वी की पुष्टि हुई। राजीव का आरोप है कि जब वह अस्पताल में अपनी पत्नी को शुरू में इलाज के लिए आये हुए थे तो उसके बाद बलगम की जांच की बात उन्होंने अस्पताल के डॉक्टर से भी की थी, लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया ओर उसकी जगह ओर ही टेस्ट करवाए जाते रहे। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को आड़े हाथों लेते हुए अपने साथ हुए अन्याय को लेकर सी एम जयराम ठाकुर से उचित कार्रवाई करने की मांग उठाई है, ताकि दोवारा कोई व्यक्ति इस तरह से डॉक्टरों की लापरवाही का शिकार न हो।

डॉक्टर को एक महीने के बाद बीमारी का पता चलना हैरानी की बात
राजीव का कहना है कि एक महीने से ज्यादा होने के बाद अस्पताल के डॉक्टरों को बीमारी का इलाज
पता चल रहा है ये अपने आप में ही हरैनी भरी बात है। पीड़ित का कहना है कि मरीज अस्पताल में डॉक्टर के भरोसे पर आता है लेकिन जब डॉक्टर ही इस तरह की लापरवाही बरतेंगे तो वह कहां जाएंगे। उन्होंने कहा कि ज्वालाजी अस्पताल में मरीजों का इलाज राम भरोसे हो रहा है ऐसे में यहां ठोस कार्रवाई अमल में लाई जाए।

हरैनी : अस्पताल के ही एक चिकित्सक ने दी शिकायत की सलाह
उक्त व्यक्ति द्वारा ज्वालाजी अस्पताल प्रबंधन पर उठाए गए सवाल व आरोप कितने जायज है इसकी शिकायत करने को लेकर सलाह भी अस्पताल के ही एक चिकित्सक द्वारा दी गई है। इसे लेकर राजीव ने ही खुलासा किया है। उनका कहना है कि अस्पताल में मौजूद एक डॉक्टर ने उन्हें बताया कि वह इस नँबर पर कॉल कर अपने साथ हए अन्याय की शिकायत करें। इधर राजीव द्वारा की गई शिकायत का ऑडियो क्लिप भी उन्होंने अपने पास रखा है।

बयान
मामले को लेकर सी एम ओ धर्मशाला डॉक्टर गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि इस तरह की कोई भी शिकायत उनके पास नही आई है। यदि अस्पताल मे ऐसा हुआ है तो इसकी जांच की जाएगी व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

मामले को लेकर बी एम ओ ज्वालाजी डॉक्टर सतिंदर वर्मा का कहना है कि इस तरह की शिकायत आई है, साथ ही मामले को लेकर डॉक्टरों से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। जल्द ही इसमें ठोस कारवाई अमल में लाई जाएगी, ताकि दोबारा अस्पताल में इस तरह का मामला पेश न आए।
Conclusion:
Last Updated : Oct 31, 2019, 9:12 AM IST
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