कांगड़ाः बजट की कमी के चलते जिला कांगड़ा में अंतरजातीय विवाह पुरस्कार योजना के तहत 200 मामले लंबित पड़े हैं. इसके चलते लाभार्थियों को पुरस्कार योजना के तहत लाभ प्रदान करने में बाधा आ रही है.
वहीं विभाग की ओर से वर्ष 2019-20 के लिए 99 का टारगेट फिक्स किया गया है. अंतरजातीय विवाह करने वालों को पुरस्कार देने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से अंतरजातीय विवाह पुरस्कार योजना शुरू की गई है.
अंतर जाति में विवाह करने वाले युवक और युवती को पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है. पूर्व में यह पुरस्कार राशि 25 हजार रुपये थी, जिसे बढ़ाकर अब 50 हजार रुपये कर दिया गया है.
हालांकि विभाग बजट उपलब्ध होने पर लाभार्थियों को पुरस्कार राशि उपलब्ध करवाने का दावा कर रहा है, लेकिन जिला में लंबित आवेदनों का आंकड़ा 200 है, जबकि इस वर्ष टारगेट 99 का फिक्स किया गया है.
ऐसे में विभाग भी लंबित मांगों के शीघ्र निपटारे के लिए सरकार से अतिरिक्त वित्तीय मदद का इंतजार कर रहा है. गौर रहे कि पिछले तीन साल में जिला कांगड़ा में 173 अंतरजातीय विवाह के मामले सामने आ चुके हैं.