कांगड़ा: वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने बुधवार को नूरपुर दौरे के दौरान कहा कि जेएनयू हमेशा वामपंथियों और कांग्रेसियों का अड्डा रहा है. उन्होंने कहा तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति कांग्रेसियों और वामपंथियों की नीति में शामिल है.
यही कारण है कि जेएनयू देश विरोधी नारे लगाती है और आतंकियों की मौत पर उनके पक्ष में नारेबाजी करती है. एनआरसी पर बोलते हुए गोविंद ठाकुर ने कहा कि एक्ट देशहित में मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष एक्ट को लेकर मुस्लिम समुदाय में डर पैदा कर रहा है.गोविंद ठाकुर ने कहा कि भारतीय मुस्लिम समुदाय को एक्ट से डरने की कोई जरूरत नहीं है. ये कानून नागरिकता देने वाला है न कि नागरिकता छीनने वाला. उन्होंने कहा कि जब भारत आजाद हुआ था तो भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान के अस्तित्व में आया था.
विभाजन के समय पाकिस्तान में 14 प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय के लोग थे, जो आज घटकर करीब दो प्रतिशत रह गए हैं. ऐसे में कुछ अल्पसंख्यक भारत में शरण लेने के लिए आए थे. भारत में कई वर्षों से ऐसे लोग शरणार्थियों का जीवन जी रहे हैं. ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कानून के तहत ऐसे पीड़ित लोगों को नागरिकता देने का काम किया है, जो विपक्षी दलों को रास नहीं आ रहा.
ऐसे में वामपंथी और कांग्रेसी तुष्टीकरण की राजनिती कर मुस्लिम समुदाय में डर पैदा कर रही है. उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहे कितना भी प्रयास कर ले लेकिन वो अपने मकसद में कभी कामयाब नहीं हो सकता.गोविंद ठाकुर ने कहा कि देश में सैकड़ों विश्वविद्यालय हैं, लेकिन जेएनयू और जामिया विश्वविद्यालय ही ऐसे शिक्षण संस्थान है, जहां देश को तोड़ने की बात होती है. खेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में धारा 370, तीन तलाक, राम मंदिर और अब एनआरसी जैसे जटिल समस्याओं का निवारण हुआ है.