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वन विभाग तैयार कर रहा अपनी एप, जीपीएस से जुड़ेंगे फील्ड अधिकारी

वन मंत्री राकेश पठानिया ने नूरपुर से वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य स्तरीय वर्चुअल बैठक की और विभाग की विभिन्न गतिविधियों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की. इस दौरान वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि वन विभाग में तीन कंट्रोल रुम खोले जाएंगे. राकेश पठानिया ने बताया कि वन विभाग की ओर से अपनी एक अलग एप तैयार की जा रही है, इसके द्वारा फील्ड में तैनात विभागीय स्टाफ को जीपीएस के माध्यम से जोड़ा जाएगा.

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Published : Jun 1, 2021, 7:41 PM IST

नूरपुर/कांगड़ाः वन मंत्री राकेश पठानिया ने आज मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से वन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ राज्य स्तरीय बैठक की. इस दौरान उन्होंने विभाग की विभिन्न गतिविधियों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की.

बैठक के उपरांत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते विभागीय गतिविधियों को जारी रखने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस बैठक का वर्चुअली आयोजन किया गया. उन्होंने बताया कि विभागीय कार्यों की समीक्षा के लिए लगातार एक सप्ताह तक मुख्यालय से लेकर मंडल स्तर तक के अधिकारियों के साथ विभागीय बैठकों का क्रम जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि विभागीय गतिविधियों को बढ़ाने और कार्यों पर निगरानी रखने के लिए विभाग के सूचना तंत्र को और अधिक सशक्त और अत्याधुनिक बनाया जाएगा.

इन जगह खोले जाएंगे 3 कंट्रोल रुम

उन्होंने बताया कि वनों में होने वाली विभिन्न गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए प्रथम चरण में शिमला, धर्मशाला और मंडी में आधुनिक किस्म के 3 नए आईटी कंट्रोल रुम खोले जाएंगे और चरणबद्ध तरीके से अन्य जिलों में भी ऐसे आईटी कंट्रोल रूम स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि विभागीय स्टाफ को चरणबद्ध तरीके से आईटी मैनेजमेंट की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी ताकि उन्हें विभागीय गतिविधियों एवं कार्यों को अत्याधुनिक तरीके से चलाने में मदद मिल सके.

वीडियो.

प्रदेश सरकार अपनी मूल्यवान वन संपदा को बचाने के प्रति गंभीर

राकेश पठानिया ने बताया कि वन विभाग की ओर से अपनी एक अलग एप तैयार की जा रही है, इसके द्वारा फील्ड में तैनात विभागीय स्टाफ को जीपीएस के माध्यम से जोड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि इस सुविधा से फील्ड स्टाफ को आसानी से काम करने के अतिरिक्त विभागीय कार्य के दौरान आने वाली दिक्कतों के शीघ्र समाधान की सुविधा भी मिलेगी. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार अपनी मूल्यवान वन संपदा को बचाने के प्रति गंभीर है और वन भूमि पर किसी भी अवैध गतिविधि को सहन नहीं किया जाएगा. वन मंत्री ने बताया कि वर्तमान में विभाग के पास 37 कार्यों की रूपरेखा है, जिसमें से 23 कार्यों को तैयार किया जा चुका है.

विभागीय नर्सरियों की देखरेख के लिए बनाया जाएगा अलग विंग

वन मंत्री ने बताया कि विभाग की ओर से वन नर्सरियों की उचित देखरेख व नई इकाइयां स्थापित करने के लिए 3 माह के भीतर एक अलग विंग बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इन नर्सरियों में नई-नई किस्म के प्लांट तैयार कर विभागीय आमदन को बढ़ाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इन नर्सरियों में पानी की उचित व्यवस्था करवाने के लिए स्टोरेज टैंक बनवाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों के साथ-साथ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आय को बढ़ाने और स्वरोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध करवाने के लिए उन्हें इस कार्य से जोड़ने के भी विभाग की ओर से प्रयास किए जाएंगे.

इससे पहले, वन विभाग की प्रधान मुख्य अरण्यपाल डॉ. सविता ने वन मंत्री का स्वागत किया और कोरोना काल के दौरान विभाग के अधिकारिओं के साथ वर्चुअल जुड़ने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से प्रदेश में जो कार्य शुरू किए गए हैं उन्हें वन मंत्री के मार्गदर्शन में समयबद्ध पूरा किया जाएगा. वर्चुअली समीक्षा बैठक के दौरान विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के अतिरिक्त नूरपुर में डीएफओ विकल्प यादव व वन निगम नूरपुर के मंडलीय प्रबंधक सुमन औहरी भी उपस्थित रहे.

ये भी पढ़ें: शिमला में 'ईमानदारी' से सामान बेच रहे दुकानदार, बढ़ती महंगाई से व्यापारी और आम जनता दोनों परेशान

नूरपुर/कांगड़ाः वन मंत्री राकेश पठानिया ने आज मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से वन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ राज्य स्तरीय बैठक की. इस दौरान उन्होंने विभाग की विभिन्न गतिविधियों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की.

बैठक के उपरांत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते विभागीय गतिविधियों को जारी रखने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस बैठक का वर्चुअली आयोजन किया गया. उन्होंने बताया कि विभागीय कार्यों की समीक्षा के लिए लगातार एक सप्ताह तक मुख्यालय से लेकर मंडल स्तर तक के अधिकारियों के साथ विभागीय बैठकों का क्रम जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि विभागीय गतिविधियों को बढ़ाने और कार्यों पर निगरानी रखने के लिए विभाग के सूचना तंत्र को और अधिक सशक्त और अत्याधुनिक बनाया जाएगा.

इन जगह खोले जाएंगे 3 कंट्रोल रुम

उन्होंने बताया कि वनों में होने वाली विभिन्न गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए प्रथम चरण में शिमला, धर्मशाला और मंडी में आधुनिक किस्म के 3 नए आईटी कंट्रोल रुम खोले जाएंगे और चरणबद्ध तरीके से अन्य जिलों में भी ऐसे आईटी कंट्रोल रूम स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि विभागीय स्टाफ को चरणबद्ध तरीके से आईटी मैनेजमेंट की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी ताकि उन्हें विभागीय गतिविधियों एवं कार्यों को अत्याधुनिक तरीके से चलाने में मदद मिल सके.

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प्रदेश सरकार अपनी मूल्यवान वन संपदा को बचाने के प्रति गंभीर

राकेश पठानिया ने बताया कि वन विभाग की ओर से अपनी एक अलग एप तैयार की जा रही है, इसके द्वारा फील्ड में तैनात विभागीय स्टाफ को जीपीएस के माध्यम से जोड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि इस सुविधा से फील्ड स्टाफ को आसानी से काम करने के अतिरिक्त विभागीय कार्य के दौरान आने वाली दिक्कतों के शीघ्र समाधान की सुविधा भी मिलेगी. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार अपनी मूल्यवान वन संपदा को बचाने के प्रति गंभीर है और वन भूमि पर किसी भी अवैध गतिविधि को सहन नहीं किया जाएगा. वन मंत्री ने बताया कि वर्तमान में विभाग के पास 37 कार्यों की रूपरेखा है, जिसमें से 23 कार्यों को तैयार किया जा चुका है.

विभागीय नर्सरियों की देखरेख के लिए बनाया जाएगा अलग विंग

वन मंत्री ने बताया कि विभाग की ओर से वन नर्सरियों की उचित देखरेख व नई इकाइयां स्थापित करने के लिए 3 माह के भीतर एक अलग विंग बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इन नर्सरियों में नई-नई किस्म के प्लांट तैयार कर विभागीय आमदन को बढ़ाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इन नर्सरियों में पानी की उचित व्यवस्था करवाने के लिए स्टोरेज टैंक बनवाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों के साथ-साथ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आय को बढ़ाने और स्वरोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध करवाने के लिए उन्हें इस कार्य से जोड़ने के भी विभाग की ओर से प्रयास किए जाएंगे.

इससे पहले, वन विभाग की प्रधान मुख्य अरण्यपाल डॉ. सविता ने वन मंत्री का स्वागत किया और कोरोना काल के दौरान विभाग के अधिकारिओं के साथ वर्चुअल जुड़ने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से प्रदेश में जो कार्य शुरू किए गए हैं उन्हें वन मंत्री के मार्गदर्शन में समयबद्ध पूरा किया जाएगा. वर्चुअली समीक्षा बैठक के दौरान विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के अतिरिक्त नूरपुर में डीएफओ विकल्प यादव व वन निगम नूरपुर के मंडलीय प्रबंधक सुमन औहरी भी उपस्थित रहे.

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