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पुलिस की ढील के आगे बेबस कानून व्यवस्था, एक हफ्ते से युवक नहीं करवा पा रहा FIR दर्ज - theft news dharamshala

धर्मशाला में युवक के साथ हुई चोरी के मामले में जिला पुलिस की ढील सूबे में सुरक्षा और कानून व्यवस्था के ऊपर कई सवाल खड़े कर रहा है. मामले को लेकर अभी तक पुलिस ने किसी तरीके की कार्रवाई शुरू नहीं की है.

FIR in theft case is not registered by dhramshala police
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Published : Nov 13, 2019, 11:45 AM IST

धर्मशाला: प्रदेश की पुलिस अक्सर आम आदमी की मदद करने की बातें करती है, लेकिन कभी-कभी यह दावे हवा में दिखाई देते हैं. जिला कांगड़ा में हुई चोरी के मामले में कांगड़ा पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है.

बता दें कि पीड़ित युवक पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी सौंप चुका है, इसके बावजूद भी पुलिस एक सप्ताह से युवक के धर्मशाला थाना के चक्कर लगवा रही है. जानकारी के अनुसार अंकुश गुलेरिया निवासी तियारा राजकीय डिग्री कॉलेज धर्मशाला में पांच नवंबर को पेपर देने गया था. इस दौरान परीक्षा संचालकों ने सभी छात्रों के बैग और सामान को साथ लगते कमरे में रखवा दिया था, लेकिन जब युवक पेपर देकर बाहर आया तो उसका बैग वहां से गायब था.

वीडियो

घटना के बाद युवक ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला, जिसमें एक युवक उसका बैग लेकर भागता हुआ दिखाई दे रहा है. अंकुश ने बताया कि उसके बैग में करीब 12 हजार रुपये, मोबाइल, स्कूटी की चाबी सहित एटीएम कार्ड और कुछ अन्य दस्तावेज थे.

वहीं, अंकुश ने इस मामले में पुलिस थाना धर्मशाला में मामला दर्ज करवाने की कोशिश की, लेकिन पिछले एक सप्ताह से पुलिस की ढील के कारण केस दर्ज नहीं करवा पा रहा है. अंकुश ने कहा कि अगर पुलिस विभाग चोरी की एफआईआर दर्ज कर लेती है तो एफआईआर की कॉपी दिखाने के बाद वह अपने दस्तावेजों की डुप्लीकेट कॉपी के लिए आवेदन कर सकता है.

मामले को लेकर एसपी विमुक्त रंजन का कहना है कि उनके ध्यान में ऐसा कोई मामला अभी तक नहीं आया है. एसपी ने आश्वासन देते हुए कहा कि वह खुद युवक से बात कर मामले पर संज्ञान लेंगे.

धर्मशाला: प्रदेश की पुलिस अक्सर आम आदमी की मदद करने की बातें करती है, लेकिन कभी-कभी यह दावे हवा में दिखाई देते हैं. जिला कांगड़ा में हुई चोरी के मामले में कांगड़ा पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है.

बता दें कि पीड़ित युवक पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी सौंप चुका है, इसके बावजूद भी पुलिस एक सप्ताह से युवक के धर्मशाला थाना के चक्कर लगवा रही है. जानकारी के अनुसार अंकुश गुलेरिया निवासी तियारा राजकीय डिग्री कॉलेज धर्मशाला में पांच नवंबर को पेपर देने गया था. इस दौरान परीक्षा संचालकों ने सभी छात्रों के बैग और सामान को साथ लगते कमरे में रखवा दिया था, लेकिन जब युवक पेपर देकर बाहर आया तो उसका बैग वहां से गायब था.

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घटना के बाद युवक ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला, जिसमें एक युवक उसका बैग लेकर भागता हुआ दिखाई दे रहा है. अंकुश ने बताया कि उसके बैग में करीब 12 हजार रुपये, मोबाइल, स्कूटी की चाबी सहित एटीएम कार्ड और कुछ अन्य दस्तावेज थे.

वहीं, अंकुश ने इस मामले में पुलिस थाना धर्मशाला में मामला दर्ज करवाने की कोशिश की, लेकिन पिछले एक सप्ताह से पुलिस की ढील के कारण केस दर्ज नहीं करवा पा रहा है. अंकुश ने कहा कि अगर पुलिस विभाग चोरी की एफआईआर दर्ज कर लेती है तो एफआईआर की कॉपी दिखाने के बाद वह अपने दस्तावेजों की डुप्लीकेट कॉपी के लिए आवेदन कर सकता है.

मामले को लेकर एसपी विमुक्त रंजन का कहना है कि उनके ध्यान में ऐसा कोई मामला अभी तक नहीं आया है. एसपी ने आश्वासन देते हुए कहा कि वह खुद युवक से बात कर मामले पर संज्ञान लेंगे.

Intro:धर्मशाला- प्रदेश की पुलिस अक्सर आम आदमी की मदद करने की बातें करती है लेकिन कभी कभी यह दावे हवा में दिखाई देते है। बता दे कि कांगड़ा पुलिस एक सप्ताह से चोरी का मामला ही दर्ज नहीं कर रही है। पीड़ित युवक पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी सौंप रहा है। बावजूद इसके पुलिस एक सप्ताह से युवक के धर्मशाला थाना के चक्कर लगवा रही है।जानकारी के अनुसार अंकुश गुलेरिया निवासी तियारा राजकीय डिग्री कॉलेज धर्मशाला में पांच नवंबर को पेपर देने गया था। इस दौरान परीक्षा संचालकों ने सभी छात्रों के बैगों को साथ लगते कमरे में रखवा दिया। युवक पेपर देकर जब बाहर आया तो उसका बैग वहां से गायब था।





Body: इसके बाद उसने वहां लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला, जिसमें एक युवक उसका बैग लेकर भागता हुआ दिखाई दिया। अंकुश ने बताया कि उसके बैग में करीब 12 हजार रुपये, मोबाइल, स्कूटी की चाबी सहित एटीएम कार्ड व कुछ अन्य दस्तावेज थे। वही अंकुश ने इस मामले में पुलिस थाना धर्मशाला में मामला दर्ज करवाना चाहा, लेकिन पिछले एक सप्ताह से वह केस ही दर्ज नहीं करवा पा रहा है। उसने बताया कि अगर पुलिस विभाग चोरी की एफआईआर दर्ज कर ले तो एफआईआर की कॉपी दिखाने के बाद वह अपने दस्तावेजों की डुप्लीकेट कॉपी के लिए आवेदन कर सकता है। लेकिन पुलिस विभाग इस बारे में उसकी शिकायत ही दर्ज नहीं कर रहा है। 






Conclusion:वहीं इस मामले में एसपी  विमुक्त रंजन का कहना है कि उनके ध्यान में ऐसेे कोई मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि वह खुद युवक से बात कर मामले पर संज्ञान लेंगे।

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