पालमपुर: मारंडा बाजार को निर्बाध बिजली उपलब्ध करवाने के लिए करीब दो साल पहले लगभग साढ़े चौदह लाख रुपये की राशि की मंजूर हुई थी. काम शुरू तो हुआ, लेकिन अंजाम तक नहीं पहुंच सका. बिजली की समस्या से मारंडा के आमजन और व्यापारी वर्ग परेशान हैं.
बिजली की समस्या से लोग परेशान
बिजली की आंख मिचौली से मारंडा के लोग परेशान हो रहे हैं. बिजली के लगातार आने जाने से परेशान लोग लगभग ढाई साल पहले एकजुट होकर विद्युत विभाग के तत्कालीन अधिकारियों के पास पहुंचे थे और विस्तार से उनके समक्ष अपनी बात रखी. बिजली बोर्ड के तत्कालीन उपमंडल अधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल द्वारा उठाई गई समस्या को देखते हुए इलाके में निर्बाध बिजली मुहैया करवाने के मकसद से योजना तैयार की और इसे पूरा करवाने के लिए साढ़े 14 लाख रुपये का एस्टीमेट बनाकर राशि स्वीकृत करवाई.
अज्ञात कारणों से बंद हुआ काम
काम जल्द हो इसके लिए इस काम को ठेकेदार को सौंप दिया. ठेकेदार ने काम शुरू भी करवा दिया, लेकिन अभी लेबर ने कुछ खम्भे लगाए ही थे कि अज्ञात कारणों से काम बंद हो गया. इसके बाद 2 साल गुजर गए, लेकिन काम आगे नहीं बढ़ पाया. शहर में हर रोज कट लगते हैं जिससे लोग व व्यापारी वर्ग परेशान हैं.
अधिकारियों से लगाई गुहार
बिजली के कट से परेशान व्यापारी लॉकडाउन की शर्तों में ढील मिलते ही विद्युत बोर्ड के उपमंडल कार्यालय में जा पहुंचे. व्यापारी वर्ग ने बोर्ड के सहायक अभियंता के पास अपनी बात फिर एक बार विस्तार से रखी. उनसे आग्रह किया की शहर में विद्युत की आपूर्ति बार-बार बाधित ना हो, इसके लिए मारंडा शहर को गांवों की सप्लाई लाइन से अलग किया जाए.
व्यापार पर पड़ रहा असर
व्यापारी वर्ग का कहना है कि बार-बार बिजली के आने-जाने से उनके काम और व्यापार पर असर पड़ रहा है. एसडीओ सहायक अभियंता विद्युत विभाग संजीव शर्मा ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही मारंडा शहर की बिजली सप्लाई को गांव से अलग कर दिया जाएगा. इस योजना पर काम शुरू कर दिया गया है और जल्द ही लोगों की समस्या का समाधान हो जाएगा.
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