ETV Bharat / state

कांगड़ा में निजी बस ऑपरेटर यूनियन में फूट, जिलाध्यक्ष के खिलाफ सचिव-कोषाध्यक्ष ने खोला मोर्चा

कागड़ा में निजी बस ऑपरेटर यूनियन में उपजा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. यूनियन के सचिव अजय परिहार और कोषाध्यक्ष संदीप ने अन्य आपरेटर्स के साथ मिलकर जिला अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

Dispute in private bus operator union did not stop in Kangra
जिलाथ्यक्ष के खिलाफ सचिव-कोषाध्यक्ष ने खोला मोर्चा
author img

By

Published : Feb 7, 2020, 4:48 PM IST

धर्मशाला कांगड़ा जिले में निजी बस ऑपरेटर यूनियन में उपजा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. यूनियन के सचिव अजय परिहार और कोषाध्यक्ष संदीप ने अन्य आपरेर्टस के साथ मिलकर अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यूनियन सचिव अजय परिहार ने बताया हम, जिलाध्यक्ष हैप्पी अवस्थी को अपना अध्यक्ष नहीं मानते. जिलाध्यक्ष का कहना है कि हमें वर्ष 2018 में यूनियन से निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन इस बारे में कोई भी पत्राचार नहीं किया गया.

जिलाध्यक्ष द्वारा वर्ष 2019 में निदेशक परिवहन से किए गए पत्राचार में यूनियन के लेटर हैड में मेरा और कोषाध्यक्ष का नाम भी शामिल था. अजय परिहार ने बताया हम निजी बस आपरेटर्स हैप्पी अवस्थी को अपना अध्यक्ष नहीं मानते. जिलाध्यक्ष द्वारा लगाए गए आरोप तथ्यों से परे है. यदि जिलाध्यक्ष ने झूठे आरोप लगाना बंद नहीं किया गया तो हमें न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा.

वीडियो रिपोर्ट

जिलाध्यक्ष द्वारा हमें वर्ष 2018 में यूनियन से निष्कासित करने की बात असत्य है. हमें यूनियन से निकालने बारे कोई सूचना भी हमें नहीं दी गई.हम चुनाव करवाने जा रहे है. जो कि पारदर्शी होंगे. एक बस वाला भी चुनाव लड़ा जा सकता है.हमने जिलाधीश महोदय से भी प्रशासन की ओर से चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त करने की मांग की है.

ये भी पढ़ें: राष्ट्रीय साइंटिफिक टॉक सम्मेलन शुरू, विशेषज्ञ पेश करेंगे शोध पत्र

धर्मशाला कांगड़ा जिले में निजी बस ऑपरेटर यूनियन में उपजा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. यूनियन के सचिव अजय परिहार और कोषाध्यक्ष संदीप ने अन्य आपरेर्टस के साथ मिलकर अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यूनियन सचिव अजय परिहार ने बताया हम, जिलाध्यक्ष हैप्पी अवस्थी को अपना अध्यक्ष नहीं मानते. जिलाध्यक्ष का कहना है कि हमें वर्ष 2018 में यूनियन से निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन इस बारे में कोई भी पत्राचार नहीं किया गया.

जिलाध्यक्ष द्वारा वर्ष 2019 में निदेशक परिवहन से किए गए पत्राचार में यूनियन के लेटर हैड में मेरा और कोषाध्यक्ष का नाम भी शामिल था. अजय परिहार ने बताया हम निजी बस आपरेटर्स हैप्पी अवस्थी को अपना अध्यक्ष नहीं मानते. जिलाध्यक्ष द्वारा लगाए गए आरोप तथ्यों से परे है. यदि जिलाध्यक्ष ने झूठे आरोप लगाना बंद नहीं किया गया तो हमें न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा.

वीडियो रिपोर्ट

जिलाध्यक्ष द्वारा हमें वर्ष 2018 में यूनियन से निष्कासित करने की बात असत्य है. हमें यूनियन से निकालने बारे कोई सूचना भी हमें नहीं दी गई.हम चुनाव करवाने जा रहे है. जो कि पारदर्शी होंगे. एक बस वाला भी चुनाव लड़ा जा सकता है.हमने जिलाधीश महोदय से भी प्रशासन की ओर से चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त करने की मांग की है.

ये भी पढ़ें: राष्ट्रीय साइंटिफिक टॉक सम्मेलन शुरू, विशेषज्ञ पेश करेंगे शोध पत्र

Intro:धर्मशाला- जिला कांगड़ा निजी बस आपरेटर यूनियन में उपजा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। यूनियन के सचिव अजय परिहार और कोषाध्यक्ष संदीप ने अन्य आपरेटर्स के साथ मिलकर अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूनियन सचिव अजय परिहार ने कहा कि हम, जिलाध्यक्ष  हैप्पी अवस्थी को अपना प्रधान नहीं मानते। जिलाध्यक्ष का कहना है कि हमें वर्ष 2018 में यूनियन से निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन इस बारे में कोई भी पत्राचार नहीं किया गया।




Body:जिलाध्यक्ष द्वारा वर्ष 2019 में निदेशक परिवहन से किए गए पत्राचार में यूनियन के लेटर हैड में मेरा और कोषाध्यक्ष का नाम भी शामिल था। अजय परिहार ने कहा कि हम निजी बस आपरेटर्स हैप्पी अवस्थी को अपना अध्यक्ष नहीं मानते। जिलाध्यक्ष द्वारा लगाए गए आरोप तथ्यों से परे हैं। यदि जिलाध्यक्ष ने झूठे आरोप लगाना बंद नहीं किया गया तो हमें न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।





Conclusion:वही निजी बस आपरेटर यूनियन के सचिव अजय परिहार ने कहा कि आज हमने अपना पक्ष मीडिया के समक्ष रखा है। जिलाध्यक्ष द्वारा हमें वर्ष 2018 में यूनियन से निष्कासित करने की बात असत्य है। हमें यूनियन से निकालने बारे कोई सूचना भी हमें नहीं दी गई। गुंडागर्दी और पैसे के गबन के आरोप भी मिथ्या हैं। हम हैप्पी अवस्थी को अपना अध्यक्ष नहीं मानते। हम चुनाव करवाने जा रहे हैं, जो कि पारदर्शी होंगे। एक बस वाला भी चुनाव लड़ा जा सकता है। हमने जिलाधीश महोदय से भी प्रशासन की ओर से चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त करने की मांग की है। जिलाध्यक्ष ने झूठे आरोप लगाना बंद नहीं किया तो हम न्यायालय जाने को मजबूर होंगे।

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.