ETV Bharat / state

नूरपुर की दिनेश कुमारी हिमाचल शिखर सम्मान के लिए चयनित, पहले भी हासिल कर चुकी हैं कई अवार्ड

दिनेश कुमारी ने चंबा रुमाल कढ़ाई करके दिया था. इस चंबा रूमाल की कढ़ाई की विशेषता है कि इसमें किसी भी तरह गांठ नजर नहीं आती और यह कपड़े के दोनों तरफ से एक समान दिखती है. लुप्त होती इस कला को जीवंत रखने के लिए दिनेश कुमारी को इस सम्मान के लिए चयनित किया गया है.

nurpur latest news, नूरपुर लेटेस्ट न्यूज
फोटो.
author img

By

Published : Jun 15, 2020, 5:10 PM IST

नूरपुर: जिला कांगड़ा के नूरपुर की दिनेश कुमारी को हिमाचल शिखर सम्मान के लिए चयनित किया गया है. दिनेश कुमारी नूरपुर विधानसभा से सम्बंधित हैं और उन्हें यह सम्मान हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी द्वारा दिया जा रहा है.

दिनेश कुमारी ने चंबा रुमाल कढ़ाई करके दिया था. इस चंबा रूमाल की कढ़ाई की विशेषता है कि इसमें किसी भी तरह गांठ नजर नहीं आती और यह कपड़े के दोनों तरफ से एक समान दिखती है. लुप्त होती इस कला को जीवंत रखने के लिए दिनेश कुमारी को इस सम्मान के लिए चयनित किया गया है.

दिनेश कुमारी इससे पहले भी दिल्ली, मध्य प्रदेश और कई दूसरे राज्यों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं. उनकी मानें तो उन्होंने इस क्षेत्र में बहुत कड़ी मेहनत की है. उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर आभार जताया. उन्होंने बताया कि इस कला में कृष्ण भगवान की लीलाओं को ही मुख्यतः दर्शाया जाता है जिससे बाल लीला और रासलीला जैसी घटनाओं को वर्णित किया जाता है.

कई सम्मान पा चुकी दिनेश कुमारी इस लुप्त होती कला को जीवंत करने के लिए प्रयासरत हैं और यही कारण है कि उन्होंने क्षेत्र की कुछ युवतियों को यह कला सिखाने का जिम्मा लिया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है और यही कारण है कि आज की युवा पीढ़ी इसमें रुचि नहीं लेती. बावजूद वो इस विरासत को आगे बढ़ाने में जुटी हैं और इसमें वो सफल होती भी दिख रही है.

ये भी पढ़ें- कांग्रेस के सोशल मीडिया कन्वीनर अभिषेक राणा बोले, अभियान चलाकर लोगों को दिखाएंगे BJP का असली चेहरा

नूरपुर: जिला कांगड़ा के नूरपुर की दिनेश कुमारी को हिमाचल शिखर सम्मान के लिए चयनित किया गया है. दिनेश कुमारी नूरपुर विधानसभा से सम्बंधित हैं और उन्हें यह सम्मान हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी द्वारा दिया जा रहा है.

दिनेश कुमारी ने चंबा रुमाल कढ़ाई करके दिया था. इस चंबा रूमाल की कढ़ाई की विशेषता है कि इसमें किसी भी तरह गांठ नजर नहीं आती और यह कपड़े के दोनों तरफ से एक समान दिखती है. लुप्त होती इस कला को जीवंत रखने के लिए दिनेश कुमारी को इस सम्मान के लिए चयनित किया गया है.

दिनेश कुमारी इससे पहले भी दिल्ली, मध्य प्रदेश और कई दूसरे राज्यों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं. उनकी मानें तो उन्होंने इस क्षेत्र में बहुत कड़ी मेहनत की है. उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर आभार जताया. उन्होंने बताया कि इस कला में कृष्ण भगवान की लीलाओं को ही मुख्यतः दर्शाया जाता है जिससे बाल लीला और रासलीला जैसी घटनाओं को वर्णित किया जाता है.

कई सम्मान पा चुकी दिनेश कुमारी इस लुप्त होती कला को जीवंत करने के लिए प्रयासरत हैं और यही कारण है कि उन्होंने क्षेत्र की कुछ युवतियों को यह कला सिखाने का जिम्मा लिया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है और यही कारण है कि आज की युवा पीढ़ी इसमें रुचि नहीं लेती. बावजूद वो इस विरासत को आगे बढ़ाने में जुटी हैं और इसमें वो सफल होती भी दिख रही है.

ये भी पढ़ें- कांग्रेस के सोशल मीडिया कन्वीनर अभिषेक राणा बोले, अभियान चलाकर लोगों को दिखाएंगे BJP का असली चेहरा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.